= परिजनों में मची चीख-पुकार
= बेहोशी की हालत में किया गया हायर सेंटर रेफर

(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/हरीश कुमार की रिपोर्ट)))

स्कूल से घर वापस लौटे नौनिहाल ने दीवार पर लगे खूंटे पर बसता टांगना चाहा तो उसकी जान पर बन आई नौनिहाल बस्ती के साथ ही खूंटे पर उलझ गया। बेहोशी की हालत में उसे सीएचसी गरमपानी लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
मामला रानीखेत खैरना स्टेट हाइवे से सटे ताडी़खेत ब्लॉक के पजीना गांव का है। गांव के काश्तकार आनंद रावत का बेटा गांव के ही प्राइमरी स्कूल में पहली कक्षा में अध्ययनरत है। दोपहर में विद्यालय से छुट्टी होने के बाद वह घर वापस लौटा। घर के अंदर दीवार पर लगी खूंटी पर बस्ता टांगना चाहा तो वह बस्ते के साथ ही उलझ गया। बताते हैं कि उस बेग का फीता उसके गले में बुरी तरह उलझ गया। कमरे के अंदर गए नौनिहाल की कोई आवाज ना आने पर उसकी ताई ने कमरे की ओर देखा तो उसके पांव तले जमीन खिसक गई। चीख पुकार मचने के बाद बमुश्किल बच्चे को खूंटी से नीचे उतारा गया। आनन-फानन में निजी वाहन से उसे सीएचसी गरमपानी ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहोशी की हालत में ही हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। अस्पताल में आपातकालीन 108 वाहन के ना होने से निजी वाहन से ही परिजन उसे हल्द्वानी ले गए।