= भंवर में डूबे युवक का नही लगा सुराग
= एसडीआरएफ की दो टीमो के साथ एनडीआरएफ की टीम ने की खोजबीन
= राजमार्ग पर नावली क्षेत्र में कोसी नदी पर डूबा है हल्दुचौड़ का रोहित


(((फिरोज अहमद/पंकज भट्ट/विरेन्द्र बिष्ट की रिपोर्ट)))

कोसी नदी के भंवर में ओझल हुए रोहित का करीब कई घंटे बाद भी कुछ पता नही चल सका है। एसडीआरएफ की दो टीमो साथ एनडीआरएफ की दस सदस्यीय टीम ने भी सर्च अभियान चलाया पर रोहित का कुछ पता ना चल सका। हालांकि कोसी नदी के बदले रंग व बडे़ वेग ने कई बार बाधा डाली पर एसडीआरएफ के गोताखोर व एनडीआरएफ की टीम लगातार खोजबीन में जुटी रही देर शाम अभियान रोक दिया गया है।
हल्दुचौड़ हल्द्वानी निवासी रोहित कुमार (25) पुत्र प्रकाश चंद का कई घंटो तक चले रेस्क्यू के बाद भी कुछ पता नहीं चल सका है। रोहित अपने छोटे भाई सौरभ तथा सूरज व जगतपाल शर्मा के साथ बीते शनिवार को पहाड़ घूमने निकला था। सभी हल्द्वानी हाईवे पर स्थित नावली क्षेत्र में कोसी नदी में नहाने उतर गए। गहराई व भंवर से अनजान सभी युवक कोसी में नहाते रहे। एकाएक रोहित भंवर की जद में आकर कोसी नदी में डूबता चला गया। साथियों ने उसे बचाने का काफी प्रयास किया पर पर उसका कुछ पता नहीं चल सका। सोमवार सुबह लगभग पांच बजे एसडीआरएफ की दो टीमों ने एक बार फिर सर्च अभियान चलाया। पर कोसी के भंवर में डूबे युवक का कुछ पता नहीं चला। अल्मोड़ा से एनडीआरएफ के दस सदस्ययी टीम ने भी मोर्चा संभाला ओबीएम (आउट बोट मोटर) की मदद से सुबह से शाम तक कई बार डूब क्षेत्र में सर्वे किया। एसडीआरएफ के चार गोताखोर भी लगातार खोजबीन में जुटे रहे। वहीं अन्य टीमें करीब सात किलोमीटर तक नदी क्षेत्र में सर्च करती रही पर रोहित का कुछ पता नहीं चल सका।

परिजनों का सब्र भी दे रहा जवाब

भंवर में डूबे रोहित का पता न चलने से परिजनों का सब्र भी जवाब देने लगा है। घटनास्थल पर मौजूद रोहित के पिता प्रकाश चंद्र बार-बार एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीम से बेटे को खोजने की गुहार लगा रहे हैं। चाचा चंद्र प्रकाश, महेद्र टम्टा,ताऊ रमेश चंद्र, पूरन चंद आर्या, मामा महेश चंद, मुकेश चंद्र आदि रोहित के न मिलने से बेहद परेशान है। कई बार परिजन भड़क भी जा रहे हैं।

कोसी में भंवर, गहराई तथा खोखली चट्टान है मौजूद

स्थानीय ग्रामीण कोसी नदी में भंवर के साथ ही गहराई क्षेत्र में खोखली चट्टान होने का दावा कर रहे हैं। कई ग्रामीणों का कहना है कि युवक भंवर में फंस डूबता चला गया उसके बाद खोखली चट्टान के भीतर प्रवेश कर गया और अब पानी भर जाने से शरीर के फुल जाने से बाहर नहीं निकल पा रहा। ग्रामीणों ने कोसी नदी के भीतर जगह जगह खोखली चट्टा होने का दावा किया है पर एसडीआरएफ के जवान लगातार खोखली चट्टानों पर भी सर्च अभियान चला चुके हैं। एसडीआरएफ के जवानों का दावा है कि चट्टान के भीतर तक देखा जा चुका है।

प्रशासन पर मामले को गंभीरता से न लेने का आरोप

कोसी नदी में लगातार बढ़ते हादसों पर प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने नाराजगी जताई है। आरोप लगाया है कि प्रशासन मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा। कई बार आवाज जा चुकी है पर चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। जिससे गहराई व भंवर से अनजान लोग नदी में नहाने उतर जाते हैं और सही अंदाजा ना होने से जान गंवा बैठते है। संगठन के वीरेंद्र बिष्ट, मदन सुयाल, गजेंद्र नेगी, महेद्र कनवाल पूरन लाल साह आदि लोगों ने खतरे वाले स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।