= गर्मी शुरु होने के साथ ही वनाग्नि का खतरा भी बडा़
= प्रतिवर्ष आग से खाक होते है कोसी घाटी के जंगल,आबादी तक भी पहुंच जाती है आग
= आग पर काबू पाने को नैनीताल व अल्मोडा़ से पहुंचती है दमकल सेवा

(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/भीम बिष्ट/भरत बोहरा की रिपोर्ट)))

मौसम परिवर्तन के साथ गर्मी बढ़ने लगी है।ऐसे में वनाग्नि का खतरा भी बढ़ गया है। क्षेत्रवासियों ने क्षेत्र में फायर स्टेशन स्थापित होने तक अस्थाई तौर पर बेतालघाट तथा गरमपानी क्षेत्र में एक – एक दमकल वाहन उपलब्ध कराए जाने की मांग उठाई है ताकी आग की घटना होने पर समय रहते उस पर काबू किया जा सके। कहा है की नैनीताल व अल्मोडा़ से दमकल वाहन के पहुंचने तक आग आबादी तक पहुंच जाती है जिससे खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
ग्रीष्मकाल में वनाग्नि खूब कहर बरपाती है। जंगल के जंगल खाक होने के बाद आग आबादी तक पहुंच जाती है जिससे ग्रामीणों को नुकसान उठाना पड़ता है। बीते वर्ष भी अल्मोडा़ हल्द्वानी हाईवे से सटे थुआ के जंगल समेत आसपास के गांवो से सटे जंगलो को दावानल ने भारी नुकसान पहुंचाया। जंगल की आग तमाम गांवो के आसपास तक पहुंच गई जिससे ग्रामीणों को नुकसान उठाना पडा़। फायर सीजन में आग पर काबू पाने के लिए नैनीताल तथा अल्मोडा़ जिला मुख्यालय से दमकल वाहन गांवो तक पहुंचता है ऐसे में काफि देर हो जाती है दमकल वाहन के पहुंचने तक वनाग्नि सब कुछ खाक कर देती है।ऐसे में क्षेत्रवासियों ने बेतालघाट तथा गरमपानी में दमकल वाहन उपलब्ध कराए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। ग्राम प्रधान शेखर दानी, मनोज पडलिया, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य दलिप नेगी, पूरन लाल साह, मदन सुयाल, हरीश कुमार, पंकज नेगी, हरीश चंद्र, कुबेर जीना आदि ने फायर स्टेशन स्थापित होने तक बेतालघाट तथा गरमपानी क्षेत्र में एक – एक दमकल वाहन उपलब्ध कराए जाने की मांग उठाई है ताकि समय रहते वनाग्नि की घटना होने पर काबू पाया जा सके।