= गांवो के लोग जान जोखिम में डाल कर रहे आवाजाही
= रात के वक्त दोगुना बढ़ रहा खतरा
= रातीघाट – जाख – बुधलाकोट मोटर मार्ग बदहाल

(((हरीश चंद्र/हरीश कुमार/पंकज नेगी/भरत बोहरा की रिपोर्ट)))

ग्रामीण क्षेत्रो के मोटर मार्ग बद से बदतर हालत में पहुंच चुके है। जगह जगह ध्वस्त पडे़ मार्ग बडी़ दुघर्टना को दावत दे रहे है बावजूद कोई सुधलेवा नही है। एक अदद खतरे के संकेताक भी नही लगाए जा सके है। जिससे खतरा दोगुना बढ़ जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है की ऐसा लगता है मानो विभागीय कर्मचारी किसी बडी़ घटना का इंतजार कर रहे हो।लोगो ने विभागीय कार्यशैली पर रोष भी जताया है।
अल्मोडा़ भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग से जाख, चौरसा, बुधलाकोट समेत आस पास के गांवो को जोड़ने वाला रातीघाट- जाख – बुधलाकोट मोटर मार्ग बदहाली का दंश झेल रहा है। जीआइसी रातीघाट से कुछ आगे ध्वस्त मार्ग बडे़ खतरे की ओर संकेत कर रहा है। दो स्थानो पर हालात बद से बदतर हो चुके है। गांवो के लोग जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर है। गांवो के कास्तकार भी इसी मार्ग से उपज को राजमार्ग तक पहुंचाते है। पर मोटर मार्ग बदहाल हालत में है।अक्टूबर में आई आपदा को चार महिने बीतने के बावजूद मोटर मार्ग दुरुस्त नही किया जा सका है। बदहाल हालत में पहुंच चुका मोटर मार्ग बडी़ घटना की ओर इशारा कर रहा है। स्थानीय संजय बिष्ट ने आरोप लगाया है की गांवो के लोगो के हितो से खिलवाड़ किया जा रहा है। खस्ताहाल मोटर मार्ग पर आवाजाही करना मजबूरी बन चुका है। लगातार आवाज उठाने के बावजूद मामले को गंभीरता से नही लिया जा रहा। ऐसा लगता है मानो संबंधित विभाग किसी बडी़ घटना के इंतजार में हो। चेतावनी दी है की यदि जल्द मार्ग दुरुस्त नही किया गया तो गांवो के लोगो को साथ लेकर तहसील परिसर में अनिश्चितकालीन धरना दिया जाऐगा।