= हाईवे पर स्थित खैरना बूथ 48 की छत खस्ताहाल
= चुनाव कर्मियों पर भी मडंरा सकता है संकट
= लंबे समय से जर्जर हालत में है प्राथमिक विद्यालय की छत
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
एक ओर विधानसभा चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई है वहीं मतदान की तारीख को नजदीक आने के साथ ही सरकारी अमला तैयारियों में जुट गया है पर हाईवे पर स्थित खैरना बूथ की हालत दयनीय है। मतदान कक्ष की छत जर्जर हालत में है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। चुनाव कर्मियों पर भी संकट के बादल हैं।
14 फरवरी को मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सरकारी कर्मचारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं पर हाईवे पर स्थित खैरना बूथ की हालत उलट है। खैरना बूथ पर करीब 650 से ज्यादा मतदाता मतदान करेंगे। वही निष्पक्ष व शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराने को चुनाव कर्मियों के साथ ही पुलिसकर्मियों की भी तैनाती होगी। मतदान कक्ष की छत बदहाल हालत में है सरिया तक दिखने लगी है। बारिश में पानी अंदर तक पहुंचता है। हालांकि बूथ को अंतिम रूप दे दिया गया है पर बदहाल छत बड़े खतरे की ओर इशारा कर रही है। यदि मौसम ने पलटी मारी और बारिश हुई तो मतदाताओं के साथ ही चुनाव कर्मियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इधर उप जिलाधिकारी राहुल शाह के अनुसार मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जाएगी।