= खेलों में कैसे बनेगा भविष्य यह बड़ा सवाल
= न सत्ता पक्ष ने सुध ली न विपक्ष ही हो उठा सका आवाज
= बस और बस वोट की राजनीति हावी
(((हरीश चंद्र/भीम बिष्ट/पंकज भट्ट/हरीश कुमार की रिपोर्ट)))
गरमपानी खैरना मुख्य बाजार अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित है। पर सुविधाओं के नाम पर यहां कुछ भी नहीं। क्षेत्र के नौनिहाल एक अदद खेल मैदान के लिए तक तरस गए हैं। मजबूरी में भुजान या फिर नदी किनारे खेलने को मजबूर हैं। ऐसे में नौनिहाल खेलो में भविष्य कैसे बनाएंगे यह बड़ा सवाल है। खेल मैदान के लिए ना सत्तापक्ष ने पहल की और ना ही विपक्ष ही मुद्दा उठा सका। खामियाजा नौनिहाल भुगत रहे है।
पढ़ाई के साथ साथ नौनिहालों का खेलों में भविष्य बनाए जाने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं पर गरमपानी खैरना क्षेत्र में दावे खोखले साबित हो रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बाजार के नौनिहाल एक खेल मैदान तक को तरस गए हैं। छोटे से खेल मैदान पर अब पेट्रोल पंप निर्माणाधीन है। नौनिहाल खेलने के लिए तीन किमी दूर जीआइसी भुजान के खेल मैदान या फिर नदी किनारे खेलकर मन बहला रहे हैं। रह रह कर सवाल उठ रहा है कि आखिरकार सत्ता पक्ष ने भी खेल मैदान के लिए पहल क्यों नहीं की और वहीं विपक्ष भी क्यों मौन साधे रहा। बड़े-बड़े दावे करने वाले राजनीतिक दल से जुड़े लोग भी खेल मैदान के लिए ठोस कदम नहीं उठा सके जिसका खामियाजा क्षेत्र के नौनिहाल भुगत रहे है।