🔳 26 कर्मचारियों को सौंपी गई है हेल्प डेस्क की कमान
🔳 हालात बिगड़ते पर राहत शिविरों में शरण लेंगे प्रभावित
🔳 आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने को दो हैलीपेड भी चिह्नित
🔳 छह अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में बाढ़ चौकियां हुई स्थापित
🔳 मानसून की दस्तक के साथ ही अलर्ट मोड पर आया श्री कैंची धाम तहसील प्रशासन
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]
मानसून की दस्तक के साथ ही श्री कैंची धाम तहसील प्रशासन ने आपदा के दौरान राहत व बचाव कार्यों की तैयारियां शुरु कर दी है। आपदा प्रभावितों के लिए 12 राहत शिविर स्थापित कर छह बाढ़ चौकियां व सात हेल्प डेस्क भी स्थापित कर दिए गए हैं बकायदा कर्मचारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी थी गई है। तहसील मुख्यालय में कंट्रोल रूम भी संचालित कर दिया गया है। उप जिलाधिकारी तुषार सैनी के अनुसार आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गई है कर्मचारियों को रोजाना की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देशित किया गया है।
लगातार मौसम के बदलते रुख के मद्देनजर श्री कैंची धाम तहसील प्रशासन ने मानसून की दस्तक से पूर्व ही आपदा से निपटने को आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली है। तहसील मुख्यालय में कंट्रोल रुम स्थापित कर विभिन्न क्षेत्रों की निगरानी बढ़ा दी गई है। परिचालन, अवस्थापना, स्वास्थ्य, लौजिस्टिक, संचार व सूचना, रिर्सोस व सर्विस डेस्क का गठन कर करीब 26 कर्मचारियों को अलग अलग डेस्कों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अतिसंवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर छह बाढ़ चौकियां स्थापित की गई है। आपदा प्रभावितों के रहने व हर संभव मदद उपलब्ध कराने को जीआइसी खैरना, धनियाकोट, सिमलखा, जौरासी, ढोकाने, ताड़ीखेत समेत 12 राहत शिविर भी बनाए गए हैं। राहत शिविरों में आपदा प्रभावितों के लिए हर संभव सुविधा उपलब्ध कराने को कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है। छह स्वास्थ्य शिविर भी चिह्नित कर दिए गए हैं। मोटर मार्ग व पैदल रास्तों के बंद हो जाने पर आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए सूरीफार्म (मझेडा़ ) व घूना (रातीघाट) में हैलीपैड भी चिह्नित किए गए हैं। कोसी व शिप्रा नदी तथा बरसाती नालों के आसपास रहने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। श्री कैंची धाम तहसील के उपजिलाधिकारी तुषार सैनी के अनुसार सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है। कर्मचारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। निर्देशित किया गया है की लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।