🔳 ग्रामीणों ने नारेबाजी कर स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
🔳 स्त्री व बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती किए जाने की उठाई मांग
🔳 अल्ट्रासाउंड सेवा भी नियमित उपलब्ध कराने पर दिया जोर
🔳 अनदेखी पर अस्पताल परिसर में ही धरना शुरु करने की दी चेतावनी
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं व बच्चों की स्वास्थ्य जांच को विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती न होने से समीपवर्ती छड़ा गांव के ग्रामीण भड़क गए हैं। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया। दो टूक कहा की तमाम गांवों के मध्य में स्थित अस्पताल की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चेतावनी दी की यदि जल्द बाल व स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हुई तो अस्पताल परिसर में धरना शुरू किया जाएगा।
सीएचसी गरमपानी में पहले ही विशेषज्ञ चिकित्सकों के अधिकांश पद रिक्त पड़े हुए हैं। बीते दिनों अनुबंध पूरा होने के बाद बाल रोग विशेषज्ञ के भी चले जाने से भी हालात और अधिक बिगड़ गए हैं। गर्भवती महिलाओं व नौनिहालों के उपचार को ग्रामीण हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर, बरेली आदि शहरों में स्थित मंहगे निजी अस्पतालों की ओर रुख करने को मजबूर हो चुके हैं। बुधवार को समीपवर्ती छड़ा गांव के ग्रामीणों ने पूर्व सैनिक व क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति उपाध्यक्ष मनोज बिष्ट की अगुवाई में बैठक कर स्वास्थ्य व्यवस्था पर रोष जताया। अल्ट्रासाउंड सेवा का समुचित लाभ लोगों को न मिलने पर गहरी नाराजगी जताई। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। आरोप लगाया की सीएचसी पर तमाम गांवों के हजारों लोग निर्भर है बावजूद संबंधित विभाग ध्यान नहीं दे रहा। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से एसी कमरों से बाहर निकलकर धरातल की स्थिति देखने की मांग उठाई। एक स्वर में चेतावनी दी की यदि जल्द बाल व स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हुई तो फिर अस्पताल परिसर में ही धरना शुरु कर दिया जाएगा। इस दौरान चंदन सिंह, खुशाल सिंह, दीपक सिंह, पूरन सिंह, पूरन सिंह बिष्ट, विजय बिष्ट, संजय सिंह बिष्ट, नवीन सिंह, धन सिंह, मदन सिंह आदि मौजूद रहे।