🔳 करोड़ों रुपये की छडा़ खैरना पेयजल योजना अधर में लटकी
🔳 निर्माण कार्य की समय सीमा बीतने के बावजूद नहीं हो सके कार्य पूरे
🔳 हली हरतपा पंपिग पेयजल योजना के निर्माण में मिट्टी मिश्रित रेत का इस्तेमाल
🔳 विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी खड़े हुए सवाल
🔳 सहायक अभियंता ने किया जल्द निरीक्षण कर कार्रवाई का दावा
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण बन चुकी है। करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद जहां गांवों के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं वहीं योजना निर्माण में भी घटिया कार्य कर बजट ठिकाने लगाने का कार्य भी जोरों पर है। केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना में अधिकारियों के लापरवाह रवैए पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
बेतालघाट व रामगढ़ ब्लॉक के गांवों में जल जीवन मिशन योजना सवालों के घेरे में बेतालघाट ब्लॉक के छड़ा खैरना क्षेत्र में करोड़ों रुपये की योजना के कार्य पूरा होने का समय बीतने के बावजूद अब तक योजना अधर में लटकी है वहीं जगह जगह खुले में पाइप लाइन बिछा बजट की बंदरबांट कर दी गई है। मानकों के उलट खुले में पाइप लाइन बिछाए जाने पाइपों के क्षतिग्रस्त होने का खतरा भी बना हुआ है बावजूद जिम्मेदार अधिकारी अनदेखी पर आमादा है। इधर रामगढ़ ब्लॉक के हली समेत तमाम गांवों को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण हली हरतपा पंपिग पेयजल योजना के भी हालत गजब है। योजना के कार्य गुणवत्ताविहीन होने से गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। टैंक निर्माण आदि में क्रशर की सामग्री के इस्तेमाल का प्रावधान होने के बावजूद धड़ल्ले से गुणवताविही मिट्टी मिश्रित रेत का इस्तेमाल कर नियमों की धज्जियां उडा दी गई है। करोड़ों रुपये का बजट उपलब्ध होने के बावजूद घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल से योजना की गुणवत्ता सवालों के घेरे में आ गई है। जल जीवन मिशन योजना में लगातार लापरवाही रवैया अपनाकर केंद्र व राज्य सरकार को भी चुनौती दी जा रही है बावजूद विभागीय अधिकारी अनदेखी पर आमादा है। लोगों ने गांवों में योजना से खिलवाड़ किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई है। जल संस्थान के सहायक अभियंता दिलीप सिंह बिष्ट के अनुसार जल्द निरीक्षण किया जाएगा। अनियमितता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गुणवत्ताविहीन कार्यों को तुड़वा दिया जाएगा।