🔳 पानी उपलब्ध न होने से चढ़ने लगा है ग्रामीणों का पारा
🔳 पेयजल संकट गहराने से दूर दराज से पानी ढोना बनी मजबूरी
🔳 कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद नहीं ली जा रही सुध
🔳 जल्द आपूर्ति सुचारु न होने पर आंदोलन का ऐलान
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
शिप्रा नदी से बनी महत्वपूर्ण बारगल कफूल्टा पंपिग पेयजल योजना से पानी उपलब्ध न होने से ग्रामीणों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया की करोड़ों रुपये की सरकारी धनराशि खर्च होने के बावजूद पानी उपलब्ध नहीं हो रहा। कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही। ग्रामीणों ने जल्द आपूर्ति सुचारु न किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में पानी का सूखा खत्म करने को लगभग चार वर्ष पूर्व करोड़ों रुपये की सरकारी धनराशि खर्च कर रामगढ़ क्षेत्र में कोसी नदी से बारगल – कफूल्टा पेयजल योजना का निर्माण किया गया। उम्मीद थी की योजना निर्माण का होने के बाद गांवों में पेयजल संकट खत्म हो जाएगा पर आज भी तमाम गांवों के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। मजबूरी में दूर दराज से पानी ढोकर घरों तक पहुंचाना पड़ रहा है। कफूल्टा, खेती, जलाड़, खूनस्यारी, कैलानी आदि गांवों के गोधन सिंह बिष्ट, यशपाल सिंह, चंदन सिंह, गोधन बर्गली, रघुराज बर्गली, नंदन सिंह, देवेंद्र सिंह, टीका सिंह, त्रिवेन्द्र, हंसी देवी के अनुसार करोड़ों रुपये की योजना से पानी की बूंद तक नसीब नहीं हो रही। आरोप लगाया की कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद कोई सुध लेने वाला नहीं है। ग्रामीणों ने योजना निर्माण के नाम पर बजट ठिकाने लगाने का आरोप भी लगाया। दो टूक कहा की जब योजना से पानी ही उपलब्ध नहीं हो रहा तो ऐसी योजना किस काम की। ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल। चेताया की समय रहते पानी उपलब्ध नहीं कराया गया तो मजबूरन आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।