🔳 उपजाऊ खेती के भी सिखाए गए गुर
🔳 ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम
🔳 जलवायु अनूकूल कृषि विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण शुरु
🔳 आसपास के गांवों के किसानों ने किया प्रतिभाग
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित छड़ा क्षेत्र में किसानों को जलवायु अनूकूल कृषि विषय पर कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। मास्टर ट्रेनरों ने मौसम के बदलते चक्र में खेती के तौर तरीके बताए। फसल में लगने वाली बिमारियों व उनसे बचाव के बारे में बताया। प्रशिक्षण में आसपास के गांवों के बीस से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया।
शुक्रवार को ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के तहत छड़ा क्षेत्र में हुए जलवायु अनुकूल कृषि प्रशिक्षण के दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ कैंची धाम आजिविका स्वायत्तता सहकारिता संघ की अध्यक्ष पुष्पा देवी ने किया। पुष्पा देवी ने किसानों से प्रशिक्षण में मिली जानकारी का लाभ उठाने का आह्वान किया। मास्टर ट्रेनर सहायक प्रसार अधिकारी कृषि व पशुपालन पुष्कर सिंह बोहरा तथा अनुश्रवण व मूल्यांकन के जितेंद्र सिंह ने किसानों को कई अहम जानकारियां दी। बताया की मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है। बदलते मौसम के अनुसार ही खेती करने की अपील की। फसलों को विभिन्न बिमारियों से बचाने के तौर तरीके बताए। मास्टर ट्रेनरों ने फसलों को कीट से बचाने तथा बेहतर उत्पादन के लिए उर्वरकों के छिड़काव व खाद के समय पर इस्तेमाल पर जोर दिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जौरासी, गौड़ा, छियोडी, धूरा, छड़ा गांव के किसानों सहित स्वयं सहायता समूह से जुड़े सदस्यों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान ख्याली राम, भूपेंद्र सिंह, दिलिप सिंह, टीकम सिंह, गोविन्द सिंह, प्रकाश चंद्र, किशोर सिंह, लीला देवी, जानकी, गीता, हेमा, मंजू, जानकी, माया देवी, नंदी देवी, रेवती देवी, राधिका देवी, माया, गीता, लक्ष्मी, खष्टी, रेखा, नंदी देवी, तुलसी देवी, निर्मला आदि महिला किसान मौजूद रहे।