🔳 पिंजरा लगाकर छह घंटे तक बंदरों का किया गया इंतजार
🔳 आखिरकार खाली पिंजरा लेकर वापस लौट गई बंदर पकड़ने वाली टीम
🔳 वन क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर खैरना पहुंची थी टीम
🔳 बाजार व गांवों में उत्पात मचा लोगों को काटने दौड़ रहा बंदरों का झुंड
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित खैरना बाजार में भवाली से पहुंची टीम ने पिंजरा लगाकर बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरु तो किया पर उत्पाती बंदर टीम से एक कदम आगे बढ़ गए। दिन भर बाजार में ऊधम मचाने वाला बंदरों का झुंड पिंजरा लगने के साथ ही बाजार से लापता हो गया। घंटों इंतजार के बाद टीम खाली पिंजरा लेकर वापस लौट गई।
हाइवे पर स्थित गरमपानी खैरना समेत आसपास के क्षेत्रों में बंदरों का उत्पात चरम पर है। समीपवर्ती बादरकोट गांव में बीस से ज्यादा लोग बंदरों के हमले में घायल तक हो चुके हैं। खैरना बाजार क्षेत्र में भी बंदर दुकानों के अंदर तक घुस जा रहे हैं। बाजार में आवाजाही कर रहे लोग भी परेशान हैं। सोमवार को स्थानीय व्यापारी पुष्कर पनौरा ने भवाली रेंज के वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी से संपर्क साध बंदरों के आंतक से निजात दिलाने को बाजार क्षेत्र पिंजरा लगाने की मांग उठाई। वन क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर विशेष टीम बाजार क्षेत्र में पहुंची तथा पिंजरा भी स्थापित कर दिया गया। उम्मीद थी की उत्पाती बंदर पिंजरें में कैद हो जाएंगे तथा राहत मिल सकेगी पर एकाएक बंदरों का दल बाजार से गायब हो गया। घंटों इंतजार के बाद भी पिंजरें में एक भी बंदर नहीं पकड़ा जा सका। आखिरकार देर शाम टीम वापस लौट गई। दिनभर पिंजरा लगने पर बंदरों के गायब हो जाने का मामला बाजार में चर्चा का विषय बना रहा। स्थानीय व्यापारियों के अनुसार वन विभाग से दोबारा पिंजरा लगाए जाने को भी कहा जाएगा।