🔳कई बार मनाही के बावजूद मनमानी का आरोप
🔳गंदगी से उठ रही दुर्गंध से मुश्किल हुई आवाजाही
🔳शिप्रा नदी क्षेत्र में डोबा गांव को जाने वाले रास्ते पर लगा कूड़े का ढेर
🔳गांव के बाशिंदों ने कार्रवाई की उठाई मांग
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से डोबा गांव को जोड़ने वाले पैदल मार्ग पर पवित्र शिप्रा नदी में कूड़ा डाले जाने से गांव के बाशिंदों ने गहरी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया है की कई बार कहने के बावजूद मनमानी की जा रही है। गंदगी से उठ रही दुर्गंध से आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है साफ कहा की यदि यदि दोबारा गंदगी डाली गई तो फिर जिलाधिकारी को पत्र भेजा जाएगा।
स्वच्छ भारत अभियान का कोसी घाटी में दम फूल गया है। कई क्षेत्रों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है तो वहीं गरमपानी स्थित देवी मंदिर से डोबा गांव को जाने वाले पैदल रास्ते पर डाला जा रहा कूड़ा परेशानी का सबब बन चुका है। पवित्र शिप्रा नदी से होते हुए गांव की ओर जाने वाले रास्ते पर डाली जा रही गंदगी से पवित्र शिप्रा नदी भी प्रदूषित होती जा रही है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। डोबा गांव के बाशिंदे कई बार रास्ते पर गंदगी न डालें जाने की मांग उठा चुके हैं बावजूद सुध नहीं ली जा रही। बाजार क्षेत्र में किराए पर रहने वाले लोग मनमाना रवैया अपना नदी क्षेत्र में धड़ल्ले से गंदगी डाल दें रहे हैं। डोबा गांव के हरीश चंद्र सिंह बिष्ट, संतोष कुमार, कुंदन सिंह, आंनद सिंह, हरीश सिंह, दीपक सिंह आदि ने गंदगी डालने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है की यदि अनदेखी की गई तो फिर जिलाधिकारी को भी शिकायती पत्र भेजा जाएगा।