🔳एक महीने में बीस से ज्यादा लोगों को बंदर कर चुके घायल
🔳बंदरों एकाएक बढ़ती संख्या पर जताई चिंता
🔳कभी भी बड़ी अनहोनी सामने आने का जताया अंदेशा
🔳डीएफओ ने दिलाया सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा
{{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}}

बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में कटखने बंदरों के बढ़ते आंतक से गांव के बाशिंदे भयभीत है। मामले को लेकर ग्रामीणों ने वन विभाग के डीएफओ से मुलाकात कर बंदरों को पकड़वाने को विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग उठाई। आरोप लगाया की लगातार मांग उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही। आंतक इतना बढ़ गया है की एक महीने में ही बीस से ज्यादा लोग बंदरों के हमले में घायल हो चुके हैं।
सोमवार को आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा की अगुवाई में व्यापारी पुष्कर पनौरा तथा चंदन सिंह जलाल ने डीएफओ चंद्रशेखर जोशी से मुलाकात की। तल्लाकोट, मल्लाकोट, बादरकोट आदि तमाम गांवों में बंदरों के बढ़ते आंतक का मुद्दा जोर-शोर से उठाया। आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह ने कहा की गांवो में एकाएक बंदरों की संख्या में इजाफा हो चुका है। बंदर खेतों व घरों में काफि नुकसान पहुंचा रहे हैं। भगाने पर बंदरों का झुंड काटने दौड़ रहे हैं। बीते एक महीने में ही करीब बीस से ज्यादा लोगों को कटखने बंदर हमला कर घायल कर चुके हैं। ग्रामीणों की जिंदगी पर खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद सुध नहीं ली जा रही। लगातार आवाज उठाए जाने के बावजूद अनदेखी की जा रही है। कभी भी बड़ी घटना के सामने आने का अंदेशा जताया। ग्रामीणों ने एक स्वर में बंदरों को पकड़वाने की मांग उठाई। चेतावनी कि यदि ठोस कदम नहीं उठाए गए तो फिर ग्रामीण एकजुट होकर आंदोलन को विवश हो जाएंगे। डीएफओ चंद्रशेखर जोशी ने ग्रामीणों को सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिलाया।