🔳प्राथमिक उपचार के बाद नाजुक हालत में हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर
🔳सांड के बुजुर्ग पर एकाएक हमलावर होने से बाजार में अफरा तफरी
🔳स्थानीय लोगों ने बामुश्किल बुजुर्ग को सांड के चंगुल से बचाया
🔳लगातार हमलावर हो रहे सांड से बड़ी अनहोनी का अंदेशा
🔳खैरना बाजार में भी दो सांड आपस में भिड़े, हड़कंप
🔳108 सेवा के वाहन की व्यवस्था पर उठे सवाल
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट))))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित गरमपानी बाजार में हिंसक हो चुके सांड ने स्थानीय बुजुर्ग पर जानलेवा कर दिया। घटना से बाजार क्षेत्र में अफरा तफरी मच गई। सांड ने बुजुर्ग को जमीन पर पटक दिया। बामुश्किल स्थानीय व्यापारियों ने बुजुर्ग को सांड के चंगुल से बचाया। सीएचसी गरमपानी में प्राथमिक उपचार के बाद बुजुर्ग को नाजुक हालत में हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया गया है। बाजार क्षेत्र में दो आवारा सांड खतरे का सबब बन चुके हैं बावजूद सुध नहीं ली जा रही।
हाइवे पर स्थित गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र आवारा गोवंशीय पशुओं की बढ़ती संख्या से अनहोनी का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। पशुओं को गौ सदन भेजने की लगातार मांग उठने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही जिसका खामियाजा स्थानीय बाशिंदे भुगत रहे हैं। बुधवार को गरमपानी बाजार निवासी राजेंद्र तिवारी पर आवारा सांड एकाएक हमलावर हो गया। बुजुर्ग गौवंशीय पशुओं को रोटी दे रहे थी की तभी सांड ने उन्हें जमीन पर पटक दिया। सांड के हमलावर होने से बाजार में हड़कंप मच गया है। व्यापारियों व स्थानीय लोगों ने बामुश्किल बुजुर्ग को सांड के चंगुल से बचाया। व्यापारी नेता मनीष तिवारी व ग्राम प्रधान त्रिभुवन पाठक गंभीर हालत में उन्हें निजी वाहन से सीएचसी लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उनका प्राथमिक उपचार किया। नाजुक हालत में बुजुर्ग को हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। स्थानीय लोगों ने बाजार क्षेत्र से आवारा गोवंशीय पशुओं व सांड को तत्काल गौसदन भेजने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि अनदेखी की गई आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।

खैरना बाजार में भीड़ें दो सांड, हड़कंप

गरमपानी बाजार क्षेत्र में बुजुर्ग को पटक-पटक कर गंभीर रुप से घायल कर देने के बाद आवारा सांड खैरना बाजार को रुख कर गया। खैरना में दो सांड बीच बाजार आपस में भीड़ गए। आक्रोशित साड़ों की भीड़त से बाजार में हड़कंप मच गया। व्यापारियों व राहगीरों ने इधर उधर भागकर बामुश्किल जान बचाई। हाइवे पर आवाजाही भी ठप हो गई। करीब आधे घंटे तक अफरा तफरी का माहौल रहा। दोनों सांडों के अलग होने के बाद बामुश्किल यातायात सुचारु हो सका। सांड के आक्रोशित होने से बड़ी घटना का अंदेशा बढ़ता ही जा रहा है।

108 सेवा के वाहन की व्यवस्था पर उठे सवाल

आपातकालीन 108 सेवा पहाड़ की रीढ़ मानी जाती है पर वाहनों की दुर्दशा के मामले समय समय पर सामने आते रहते हें। बुधवार को आवारा सांड के हमले में घायल बुजुर्ग को उपचार के लिए जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी पहुंचाया गया तो प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया। स्वजनों ने 108 सेवा प्रबंधन से संपर्क साध वाहन उपलब्ध कराने की गुहार लगाई। हरकत में आए प्रबंधन ने खैरना क्षेत्र में मौजूद 108 वाहन के कर्मचारियों को मय वाहन अस्पताल पहुंचने के निर्देश दिए पर वाहन हाइवे से अस्पताल मार्ग पर ही नहीं चढ़ पाया। बार बार वाहन के पहिए फिसलने से वाहन चालक ने एंबुलेंस अस्पताल तक पहुंचाने में असमर्थता जता दी। व्यापारी नेता मनीष तिवारी के अनुसार गंभीर रुप से घायल बुजुर्ग को अस्पताल से हाइवे तक करीब पांच सौ मीटर की‌ दूरी तय करने के बाद आपातकालीन 108 सेवा से हल्द्वानी को रवाना किया जा सका। स्थानीय लोगों ने 108 सेवा प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है।