🔳पाडली क्षेत्र में पहाड़ी से एकाएक गिरे पत्थरों से हड़कंप
🔳सुयालखेत, भोर्या बैंड समेत तमाम स्थानों पर जलमग्न रहा हाइवे
🔳रातीघाट – बेतालघाट मार्ग पर भी खुली व्यवस्थाओं की पोल
🔳लोहाली – चमडिया मोटर मार्ग पर भूस्खलन होने से आवाजाही ठप
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

मानसूनी बारिश से अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे समेत ग्रामीण सड़कों पर व्यवस्था की पोल खुल गई। जगह जगह जलभराव की समस्या से लोग परेशान रहे। पहाड़ियों से पत्थर गिरने से कई वाहन बाल बाल बचे। लोहाली – चमड़ियां मोटर मार्ग पर भूस्खलन होने से आवाजाही ठप हो गई। पाडली क्षेत्र में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से व्यापारी व आरटीआई कार्यकर्ता बच गए। हालांकि कार का सीसा चकनाचूर हो गया।
बारिश के साथ ही कोसी घाटी में आफत भी बरसी। मध्य रात्रि से शुरु हुई बारिश दिन भर जारी रही। हाइवे पर बरसाती पानी के निकासी को इंतजाम न होने से जगह जगह जलभराव हो गया। कुछ महिने पहले बनकर तैयार हुए टू-लेन हाइवे पर सुयालखेत बाजार में भी जलभराव की समस्या रही। भोर्या बैंड़ क्षेत्र में भी हाइवे पर पानी लबालब भरा रहा। अतिसंवेदनशील पाडली क्षेत्र में नैनीताल जा रहे खैरना निवासी व्यापारी पुष्कर सिंह पनौरा व आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा की कार पर एकाएक पत्थरों की बरसात हो गई। गनीमत रही की दोनों बाल बाल बच गए और बड़ा हादसा टल गया। लोहाली, काकड़ीघाट, भोर्या बैंड व अन्य स्थानों पर भी जर्जर हो चुकी पहाड़ियों से लगातार पत्थर गिरते रहे। कई वाहन चपेट में आने से बाल बाल बच गए। रातीघाट – बेतालघाट मोटर मार्ग पर भी जलभराव से आवाजाही करने वाले लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ा। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी ने एनएच व लोनिवि के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। आरोप लगाया की नालियां खोलने तक में अधिकारियों का उदासीन रवैया सामने आ गया है। सुयालखेत के व्यापारी पंकज नेगी ने करोड़ों रुपये से बनकर तैयार हुए टू-लेन हाइवे पर जलभराव होने से नाराजगी जताई। व्यापारियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने जल्द व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई है।