🔳कोसी घाटी के गांवों में पेयजल व विद्युत व्यवस्था धड़ाम
🔳नलों से नहीं टपक रही पानी की बूंद, दिन पर में दर्जनों बार हो रही बत्ती गुल
🔳विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली से लोगों में पनपने लगा रोष
🔳दो विभागों के कार्यालय के आगे अधिकारियों की शुद्धि बुद्धि को यज्ञ करेंगे व्यापारी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

कोसी घाटी के तमाम गांव में पेयजल व विद्युत व्यवस्था पटरी से उतर गई है। ऐसे में क्षेत्रवासियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जहां एक और लोग बूंद बूंद पानी को तरस रहे हैं वहीं दिन भर में बिजली की आंख मिचौली से लोग परेशान है। पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों व गांव के वासिंदो ने जल संस्थान व विद्युत विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है। व्यापारियों के अनुसार जल्द ही दोनों विभागों के कार्यालय के सामने अधिकारियों की शुद्धि बुद्धि को यज्ञ किया जाएगा।
कोसी घाटी स्थित गरमपानी, खैरना, बेतालघाट, जजूला, सूरीफॉर्म समेत तमाम गांवो में पेयजल व अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान है। बेतालघाट क्षेत्र में सुबह से शाम तक दर्जनों बार विद्युत आपूर्ति भंग हो जा रही है वहीं गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र में भी बिजली की आंख मिचौली जारी है। दिन भर में दर्जनों बार विद्युत आपूर्ति प्रभावित होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर व्यवसाययों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं पेयजल आपूर्ति भी बड़ा संकट बन चुका है। कई बार आवाज उठने के बावजूद गरमपानी खैरना क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त नहीं की जा रही। लोग बूंद बूंद पानी को परेशान है। संकट गहराने से वाहनों के जरिए दूर दराज के प्राकृतिक जल स्रोतों से लोग पानी ढो रहे हैं। कोसी व शिप्रा नदी पर बनी बारगल – कफूल्टा तथा मझेडा – ब्यासी पेयजल पंपिंग योजना से जुड़े तमाम गांव में भी पानी उपलब्ध न होने से संकट गहरा गया है‌। व्यवस्था प्रभावित होने से ग्रामीणों में भी नाराजगी है। समाजसेवी कृपाल सिंह मेहरा ने आरोप लगाया कि जल निगम के अधिकारी फोन तक नहीं उठा रहे। लगातार अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट रहे हैं। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी, मनोज नैनवाल, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, फिरोज अहमद, बिशन जंतवाल, कुलदीप सिंह, सुनील मेहरा, पंकज नेगी, महेंद्र सिंह आदि लोगों ने भी विभागीय कार्य प्रणाली पर रोष जताया है। साफ कहा कि यदि जल्द ही व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया गया तो फिर दोनों विभागों के कार्यालय के सामने ही अधिकारियों की शुद्धि बुद्धि को यज्ञ किया जाएगा।