🔳तीन सीएचसी सुयालबाड़ी व दो अन्य अस्पताल में हैं तैनात
🔳वेतन भुगतान न होंगे से खड़ी हो रही तमाम परेशानी
🔳मूलभूत सुविधाओं के अभाव के बावजूद सुदूर क्षेत्रों में दे रहे सेवा
🔳सीएमओ बोली – सरकार को भेजी है बजट की डिमांड
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पहाड़ों में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के बावजूद सेवा दे रहे बांडधारी चिकित्सक वेतन के लिए ही तरस गए हैं। बीते सात महीने से चिकित्सकों को वेतन का भुगतान ही नहीं हो सका है। ऐसे में चिकित्सकों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अकेले रामगढ़ ब्लॉक के विभिन्न अस्पतालों में ही पांच बांडधारी चिकित्सक वेतन का इंतजार कर थक चुके हैं। सीएमओ डा. श्वेता भंडारी के अनुसार बजट आवंटन के लिए सरकार को डिमांड भेज दी गई है।
सूदूर गांवों में स्थित अस्पतालों में तमाम समस्याओं के बावजूद चिकित्सक सेवाएं दे रहे। गांवो के बाशिंदों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने को चिकित्सक भी दिन रात एक कर रहे हैं। सरकार ने कई अस्पतालों में बांडधारी चिकित्सकों की तैनाती की है ताकी लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके पर बांडधारी चिकित्सकों को ही वेतन के लाले पड़ गए हैं। रामगढ़ ब्लॉक के सीएचसी सुयालबाड़ी में तैनात तीन जबकि दो अन्य चिकित्सकों को बीते अगस्त से वेतन भुगतान नहीं हो सका है। ऐसे में चिकित्सकों को तमाम दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। सात महीने से वेतन का इंतजार कर रहे चिकित्सक मायूस हो चुके हैं। लगातार अधिकारियों से संपर्क साधने के बावजूद वेतन का भुगतान सात महीने से लटका पड़ा है। लंबित वेतन भुगतान न होने से बांडधारी चिकित्सकों की आर्थिक स्थिति भी बिगड़ने लगी है। साथ ही तमाम अन्य परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। बांडधारी चिकित्सक डा. भूमिश्री के अनुसार सात महीने का लंबा समय बीतने के बाद भी अब तक वेतन भुगतान नहीं हो सका है। इधर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. श्वेता भंडारी के अनुसार वेतन के लिए बंजट की डिमांड सरकार को भेज दी गई है। बजट आवंटित होते ही बांडधारी चिकित्सकों को वेतन वितरित किया जाएगा।