= पांच घंटे से ज्यादा चले रैस्क्यू अभियान के बाद भी नही चला पता
= हल्द्वानी से पहाड़ घुमने निकले थे चार लोग

(((पंकज नेगी/फिरोज अहमद/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))

हल्द्वानी से सैर पर निकले चार लोग कोसी नदी में नहाने उतर गए। नावली क्षेत्र में भंवर से अनजान एक युवक गहराई में डूबता चला गया। एसडीआरएफ व पुलिस तथा स्थानीय गोताखोरों ने रैस्क्यू अभियान शुरू किया पर युवक का कुछ पता नहीं चल सका है।
गंगापुर कृष्णा, हल्दुचौड़ हल्द्वानी निवासी रोहित कुमार (25 वर्ष ) पुत्र प्रकाश चंद अपने छोटे भाई सौरभ तथा सूरज व जगतपाल शर्मा के साथ शनिवार को पहाड़ घूमने निकला। सभी अल्मोडा़ भवाली हाईवे पर स्थित नावली क्षेत्र में कोसी नदी में नहाने उतर गए। गहराई व भंवर से अनजान सभी युवक कोसी में नहाते रहे। एकाएक रोहित भंवर की जद में आकर कोसी नदी में डूबता चला गया। साथियों ने उसे बचाने का काफी प्रयास किया पर पर उसका कुछ पता नहीं चल सका। घबराए साथियों ने एसडीआरएफ तथा पुलिस को सूचना दी। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। पुलिस व स्थानीय गोताखोरों ने भी डूबे युवक को खोजने का काफी प्रयास किया पर कई घंटे उसका कुछ पता नहीं चल सका। नैनीताल जिला मुख्यालय से भी एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई। पर कोसी में डूबे युवक का पता नही चल सका। रविवार सुबह खोजबीन अभियान फिर शुरु होगा।

तीन जगह छोड़ चौथे स्थान पर नहाने उतरे

कोसी नदी में डूबा रोहित नैनीताल के एक होटल में कार्य करता था। कोरोना संकट के कारण वह वापस घर आ गया। बेहद मिलनसार स्वभाव का रोहित घर पर रहकर ही सेना भर्ती की तैयारियों में जुटा था। शनिवार को जब वह अपने भाई तथा साथियों संग पहाड़ की सैर पर निकला तो किसी को भी नही पता था की यह सफर रोहित का आखरी सफर साबित होगा। साथी जगतपाल ने बताया की रोहित अच्छा तैराक था।वह कई बार पहले कोसी नदी में नहा चुका था। हाईवे पर नावली से पहले रोहित ने अलग अलग तीन स्थानो पर नहाने का सुझाव दिया पर आखरी में नावली में ही सभी नदी में उतर गए।भंवर के रोहित की भी न चली और वह डूबता चला गया।

आखिरकार जिसका डर था वही हो गया

आखिरकार जिसका डर था वही हो गया। नावली पर कोसी नदी को जाने वाले अस्थाई रास्ते से कई लोग नदी में नहाने उतर जाते है।भंवर व गहराई का सही अंदाजा न होने से कई लोग पहले भी अपनी जान गंवा बैठे है।छोटे छोटे बच्चो तक को नदी के बीचोंबीच ले जाते है।इसके अलावा दोपांखी, भुजान, लोहाली, काकडी़घाट, सुयालबाडी़, क्वारब क्षेत्र में भी कई लोग जान जोखिम में डाल नहाने उतर जाते है। कोसी नदी में करीब दर्जन भर से ज्यादा लोग जान गंवा चुके है।

जिम्मेदार कर रहे अनदेखी

कोसी नदी में कई लोग बेमौत मारे जा चुके है। स्थानीय लोग कई बार कोसी नदी में गहराई व भंवर वाले स्थानो को चिह्नित कर चेतावनी बोर्ड लगाए जाने तथा नहाना प्रतिबंधित करने की मांग कर चुके है पर जिम्मेदार अनसुनी कर दे रहे है। आलम यह है की साल दर साल कोसी नदी में मरने वालो का आंकडा बड़ता ही जा रहा है।