= जगह-जगह गिरे पत्थर बाल-बाल बचे यात्री
= कई जगह बरसाती नाला उफान पर आने से बाधित हुई आवाजाही
= आखिरकार प्रशासन ने लिया रूट डायवर्ट का फैसला

((( कुबेर जीना /हरीश चंद्र/ अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))

लगातार बारिश से अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे तथा रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर खतरा बढ़ गया है। जगह-जगह भूस्खलन होने से मलवा हाईवे तक पहुंच गया। प्रशासन ने एहतियातन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर आवाजाही बंद करवा दी। फिलहाल रूट डायवर्ट कर दिया गया है। तराई से पहाड़ जा रहे वाहन भवाली से वाया रामगढ़ तथा पहाड़ से तराई जा रहे वाहन क्वारब से वाया रामगढ़ नथुआखान होते हुए भवाली भेजे जा रहे है।

बरसाती नाला उफान पर आने से बाधित हुई आवाजाही

मूसलाधार बारिश ने अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खतरा दोगुना कर दिया। दोपहर तक खतरे के बीच आवाजाही जारी रही। क्वारब, नैनीपुल, सुयालबाडी़, सुयालखेत, काकडीघाट, जौरासी, दोपांखी, पाडली,निगलाट आदि क्षेत्रों में लगातार पहाड़ी से पत्थर गिरते रहे। जगह-जगह बरसाती नाले उफान पर आने से कई बार आवाजाही बाधित हुई। लगातार बिगड़ते हालातों के बीच दोपहर बाद प्रशासन ने हाईवे पर आवाजाही बंद करा दी। रूट डायवर्ट कर दिया गया। भवाली से वाहनों को वाया रामगढ़ नथुआखान होते हुए पहाड़ भेजे जाने लगा। वही क्वारब से भी यातायात डायवर्ट कर दिया गया। इधर रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर भी हालात बिगड़ चुके हैं। लगातार पत्थर गिरने से आवाजाही करने वाले वाहन चालकों व यात्रियों पर खतरा मंडरा रहा है। कनवाडी़ की पहाड़ी से जगह-जगह भूस्खलन होने से मलबा व पत्थर स्टेट हाईवे पर पहुंचा । मल्ला पातली, बजोल क्षेत्रों में भी पत्थर गिरते रहे। स्टेट हाईवे से आसपास के गांवों को जाने वाले मार्ग पर भी जगह-जगह बरसाती नाले उफान पर आने से आवाजाही कई बार बाधिय हुई। ग्रामीणों ने जान जोखिम में डाल आवाजाही की।