◼️ केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना के तहत एप से जुड़ेंगी धात्री व गर्भवती महिलाएं
◼️ विभिन्न बीमारी से ग्रसित बुजुर्गों को भी दवाओं व अन्य फीडबैक होगा उपलब्ध
◼️ गांवों में रहने वाले लोगो की गणना का कार्य शुरु, आशा कार्यकर्ताओं पर जिम्मेदारी
((( टीम तीखी नजर की एक्सक्लुसिव रिपोर्ट)))
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए केंद्र सरकार ने एक और कदम बढ़ा लिया है। स्वतंत्र दिवस पर 15 अगस्त को महत्वाकांक्षी योजना लांच की जाएगी। अभी शुरुआती चरण में आशा कार्यकर्ताओं के जरिए गांवों व गांवों के तोक में रहने वाले लोगों की गणना शुरू कर दी गई है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार अब गर्भवती, धात्री महिलाओं को कहीं भी किसी भी क्षेत्र में होने पर टीके व अन्य स्वास्थ्य संबंधी जानकारी उपलब्ध होगी। मधुमेह, हृदय रोग समेत अन्य बीमारियों से ग्रसित बुजुर्गों को भी उनकी दवाओं व अन्य फीडबैक मोबाइल पर संदेश के जरिए प्राप्त होगा। इसके लिए सभी को विशेष ऐप से जोड़ा जाएगा
गर्भवती व धात्री महिलाओं को समय-समय पर लगने वाले टीको की जानकारी अब मोबाइल पर संदेश के जरिए प्राप्त हो सकेंगे। विभिन्न बीमारियों से ग्रसित गांवो के बुजुर्गों को भी दवाओं व अन्य जानकारी भी उपलब्ध हो सकेगी। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को अंतिम रूप देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी तेज कर दी है बकायदा इसके लिए बेतालघाट ब्लॉक की 80 से ज्यादा आशा कार्यकर्ताओं को गांव व उसके तोक की आबादी की गणना का कार्य सौंपा गया है। लोकल गवर्नमेंट डायरेक्टरी (एलजीडी) के वॉइस मैपिंग फार्म के जरिए आशा कार्यकर्ताओं ने राजस्व गांव में व उनके तोक में रहने वाले लोगों की गिनती कर उच्च अधिकारियों को उपलब्ध करानी है ताकि योजना से जुड़ने वालों का सही डाटा स्वास्थ्य विभाग व सरकार तक पहुंच सके। अब तक गर्भवती व धात्री महिलाओं को स्वास्थ्य कार्ड के जरिए टीके लगाए जाते थे पर अब ऑनलाइन सुविधा होने से कहीं भी किसी भी क्षेत्र में होने पर उन्हें समय पर सूचना मिल सकेगी साथ ही टीके लगवाने में आसानी होगी। बेतालघाट ब्लॉक कोऑर्डिनेटर विनोद जोशी के अनुसार आशा कार्यकर्ताओं को एलजीडी फार्म में आबादी अंकित करने की जिम्मेदारी दे दी गई है जल्द ही सूचना एकत्र कर उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी।