◼️गरमपानी में लाखों के कलमठ पर गंदगी का पहाड़ भारी
◼️बरसात नजदीक, खतरा बढ़ने की आशंका, जिम्मेदार बेखबर
◼️पूरे क्षेत्र में तबाही मचा सकते है बंद कलमठ व चौक बरसाती नाली
◼️खतरा सामने होने के बावजूद कुंभकरणीय नींद में है सरकारी मशीनरी

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बरसात में खतरा टालने तथा व्यवस्थाओं को चाक चौंबद करने को सरकारी मशीनरी तमाम दावे करें पर धरातल में दावे खोखले साबित हो रहे हैं। गरमपानी मुख्य बाजार में लाखो रुपये की लागत से बने कलमठ पर गंदगी का पहाड़ खड़ा है बावजूद जिम्मेदारों की आंखों पर पट्टी बंधी है। जिम्मेदार ऐसी गहरी कुंभकरणीय नींद में है कि बाजार क्षेत्र में बंद पड़े कलमठ व चौक पडी़ बरसाती नाली की सफाई तक नहीं की जा सकी है जबकि बरसात नजदीक है।
अल्मोडा़ भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र में लाखों करोड़ों रुपये की धनराशि खर्च कर बाजार के दोनो ओर बरसाती नाली व कलमठो का निर्माण किया गया। मकसद था कि बरसाती पानी से होने वाले नुकसान से क्षेत्रवासियों को बचाया जा सके। बरसात नजदीक होने के बावजूद अब तक ना तो नालियां खोली जा सकी है और ना ही बंद पड़े कलमठ खोले गए हैं। गरमपानी मुख्य बाजार में ही कलमठ पर गंदगी का पहाड़ खड़ा हो गया है।आलम यह है की खैरना क्षेत्र तक हालात बिगडे़ है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि कई बार बंद पड़ी बरसाती नाली व कलमठ खोले जाने की मांग उठाई जा चुकी है पर विभागीय अधिकारी कुंभकरणीय नींद में है जिससे लगातार नुकसान होने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। बीते वर्ष अक्टूबर में जिम्मेदारों की लापरवाही का खामियाजा स्थानीय लोग उठा चुके हैं। बावजूद सुध नहीं ली जा रही है।