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हाईवे चौड़ीकरण के दौरान मलबे को नदी में जाने से रोकने को होंगे विशेष उपाय
भूस्खलन की मिट्टी भी नहीं जा सकेगी नदी तक
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे को काकड़ीघाट से क्वारब तक किया जाना है टूलेन

गरमपानी डेस्क : अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खैरना से काकडी़घाट तक हाईवे टूलेन हो जाने के बाद अब काकडी़घाट से क्वारब तक करीब दस किलोमीटर हाईवे को टूलेन किए जाने की तस्वीर भी साफ हो गई है। खास बात यह है कि इस बार चौडीकरण का मलवा व भूस्खलन क्षेत्र की मिट्टी नदी में जाने से रोकी जाएगी। कोसी नदी को सुरक्षित रखा जाएगा।

काकडी़घाट से क्वारब तक हाईवे अब नए लुक में नजर आएगा। हाईवे 45.45 करोड रुपये की भारी-भरकम लागत से टूलेन होगा। सुरक्षित यातायात को ध्यान में रखकर क्रश बैरियर के साथ ही मजबूत पैराफिटो का निर्माण भी किया जाएगा। हाईवे को नुकसान ना हो इसके लिए मजबूत कलमठ तैयार करने का कार्य शुरु भी कर दिया गया है। दस किलोमीटर चौड़ीकरण के दौरान खास बात यह है कि इस बार रोड कटिंग का मलवा कोसी नदी में जाने से रोकने के लिए संबंधित विभाग विशेष वायरक्रैट (पत्थरों का जाल) का निर्माण कराऐगा। ऐसे स्थानों को भी चिन्हित किया जाऐगा जहां से भूस्खलन का मलवा कोसी नदी में जाता है वहां पर भी मजबूत वायरक्रैट निर्माण किया जाएगा।

अस्तित्व में आएंगे चार नए सेतु

काकडी़घाट से क्वारब तक चार नए सेतू भी अस्तित्व में आ जाएंगे। दो 36 – 36 मीटर जबकि अन्य दो सेतु 12 – 12 मीटर के बनाए जाएंगे। एनएच के अधिकारियों के अनुसार क्वारब, नैनीपुल, खीनापानी, सुयालबाड़ी के समीप नए सेतु का निर्माण होगा। हाईवे पर दस किलोमीटर दायरे में कई तीखे मोड़ भी समाप्त हो जाएंगे। तीखे मोड़ होने से दुर्घटना कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। निर्माण के दौरान तीव्र मोड़ को विशेष प्रकार की कटिंग कर समाप्त किया जाएगा।