◾ कैंची धाम पहुंचकर होते हैं बाबा के साक्षात दर्शन
◾ प्रदेश के राज्यपाल ने टेका बाबा के दर पर मत्था
◾ पूजा अर्चना कर देश प्रदेश की सुख, शांति व समृद्धि को प्रार्थना
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
प्रदेश के राज्यपाल ने सुप्रसिद्ध कैंची धाम में बाबा नीम करौली के दर पर मत्था टेक देश प्रदेश की सुख, शांति व समृद्धि को प्रार्थना की। बाबा के दरबार में ध्यान लगाया। कहा की बाबा के आशीर्वाद से देश प्रदेश उन्नति की राह पर आगे बढ़ेगा।वहीं जंगलों को बचाने को आश्रम के आसपास वृहद पौधारोपण अभियान चलाने को वन विभाग के अफसरों से विशेष कार्ययोजना तैयार करवाने की बात कही।
शुक्रवार को प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल(अवकाश प्राप्त) गुरमीत सिंह अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर स्थित कैंची धाम आश्रम पहुंचे। बाबा के दर पर मत्था टेका। मंदिर प्रबंधन के दिनेश त्रिपाठी से तमाम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की। पूजा अर्चना कर देश, प्रदेश की खुशहाली को प्रार्थना की। कहा की कैंची धाम आध्यात्मिक, पवित्र, भव्य व दिव्य स्थान है। यहां पहुंचकर बाबा के साक्षात दर्शन कर आर्शीवाद मिलता है। बाबा के आर्शीवाद से देश विश्व गुरु बनेगा। नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। जंगलों से संबंधित सवाल के जवाब में कहा की जंगलों को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। जंगलों को बचाने व दायरा बढ़ाने को कैंची धाम व आसपास वृहद पौधारोपण अभियान को वन विभाग के अफसरों को विशेष कार्ययोजना तैयार कर अभियान चलाने के निर्देश दिए जाएंगे। मंदिर प्रबंधन ने राज्यपाल को बाबा की कथाओं से संबंधित पुस्तक तथा उत्तराखंड चाय विकास बोर्ड निर्मित चाय भेंट की। मंदिर परिसर में लगभग एक घंटे तक रहने के बाद राज्यपाल घोड़ाखाल मंदिर रवाना हो गए। इस दौरान एडीएम शिवचरण द्विवेदी, एसडीएम पारितोष वर्मा, राहुल शाह, तहसीलदार मनीषा बिष्ट, दिलिप कुमार, गिरीश तिवारी, पंकज निगलटिया, नरेश असवाल, कमलेश उप्रेती, मनीष चौधरी, गौरव रावत, राजन कांडपाल आदि मौजूद रहे।