= पानी को स्टॉक कर गांवों में आपूर्ति के जाने की उठी मांग
= आपूर्ति हुई तो बुझेगी हजारों परिवारों की प्यास
= अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर बर्बाद हो रहा है प्राकृतिक जल स्रोतों का पानी
(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/भीम बिष्ट की रिपोर्ट)))
गर्मी शुरु होने के साथ ही गांव गांव पीने के पानी को हाहाकार मचा है।ग्रामीण दूरदराज से पानी ढोने को मजबूर है। वही दूसरी ओर अल्मोडा़ हल्द्वानी हाईवे पर जगह जगह प्राकृतिक जल स्रोतो का पानी रात दिन बहकर बर्बाद हो रहा है लोगों ने प्राकृतिक जल स्रोतों के पानी को स्टॉक कर आसपास के गांवों में आपूर्ति किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर लोहाली, जौरासी, चमडिया, नावली आदि तमाम क्षेत्रों में दिन-रात प्राकृतिक जल स्रोतों का पानी हाईवे पर बह रहा है। दूरदराज के लोग वाहनों में बर्तन रख इन प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढोकर घर तक पहुंचा रहे हैं। लोगों ने दिन-रात बर्बाद हो रहे प्राकृतिक जल स्रोतों के पानी को स्टॉक कर गांवों में आपूर्ति किए जाने की मांग उठाई है। ताकि गांवों में पेयजल किल्लत को दूर किया जा सके। व्यापारी नेता पूरन लाल साह, गजेंद्र नेगी, दीपक सिंह बिष्ट, नंदन सिंह, विक्रम सिंह, महेंद्र सिंह बिष्ट, प्रमोद कुमार, अर्जुन सिंह, फिरोज अहमद, विजय कुमार, देवेश कांडपाल, भैरव नैनवाल आदि लोगों के अनुसार दिन-रात बहते पानी को स्टॉक टैंक बनाकर स्टॉक कर लिया जाए तथा गांवों में आपूर्ति की जाए तो काफी हद तक गांवों में पेयजल संकट दूर हो सकेगा। लोगों ने मामले पर गंभीरता से कार्य किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। क्षेत्रवासियों के अनुसार जल्द ही मामले को लेकर जल संस्थान के अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।