= पंपिंग पेयजल योजनाएं ठप, हजारों ग्रामीण परेशान
= समुचित वोल्टेज ना मिलने से चरमराई पेयजल आपूर्ति
= ग्रामीणों ने उठाई जल्द व्यवस्था में सुधार की मांग
(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
बेतालघाट तथा ताडी़खेत ब्लॉक के करीब 66 गांवों में पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है। गांवों के हजारों ग्रामीण बूंद बूंद पानी के लिए मोहताज हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार लो वोल्टेज के चलते पंपिंग नहीं हो पा रही जिससे पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई है। दावा किया है कि जल्द व्यवस्था में सुधार कर लिया जाएगा। ग्रामीणों ने जल्द पेयजल आपूर्ति दुरुस्त न होने पर आंदोलन का ऐलान कर दिया है।
बेतालघाट तथा ताडी़खेत ब्लॉक के तमाम गांवो को भतरौज रिची थापल तथा चापड़ पंपिंग पेयजल योजना से पेयजल आपूर्ति होती है पर पिछले तीन दिनों से गांवों में पेयजल आपूर्ति ठप है। गांव के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। दोनों ब्लॉकों के करीब 66 गांवों के हजारों ग्रामीण पेयजल संकट का सामना करने को मजबूर हैं। मजबूरी में दूर दराज से स्थित प्राकृतिक जल स्रोतों से सिर पर पानी ढोना पड़ रहा है। पेयजल व्यवस्था करने के कारण गांवो में खेती-बाड़ी का कार्य भी प्रभावित हो चुका है। पेयजल व्यवस्था ठप होने से ग्रामीणों का पारा भी सातवें आसमान पर है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अभी गर्मी की ठीक से शुरुआत भी नहीं हुई है कि विभागीय हीलाहवाली के चलते पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पेयजल किल्लत बड़ी समस्या बन चुकी है। समुचित वोल्टेज न मिलने से पंपिंग योजनाओं से पंपिंग नहीं हो पा रही जिस कारण गांवों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार पंपिंग पेयजल योजनाओं के संचालन को करीब 440 वोल्ट वोल्टेज की आवश्यकता होती है जबकि 370 वोल्ट से ज्यादा वोल्टेज नहीं मिल रही जिस कारण पेयजल आपूर्ति प्रभावित हो चुकी है। जल संस्थान नैनीताल के सहायक अभियंता दिलीप सिंह बिष्ट के अनुसार विद्युत विभाग ने विभागीय कार्य के चलते रानीखेत स्टेशन से विद्युत सप्लाई ली हुई है जिससे पंपिंग योजनाओं को 370 वोल्ट से ज्यादा वोल्टेज नहीं मिल रही। सहायक अभियंता ने दावा किया है कि प्रयास किए जा रहे हैं जल्द गांवों में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त की जा सके। इसके लिए विद्युत विभाग से संपर्क भी साधा गया है। इधर ग्रामीणों ने जल्द व्यवस्था में सुधार न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।