= सड़क निर्माण के नाम पर पहाड़ी काटे जाने पर जवाब दे गया सब्र
= लोडर मशीन रुकवा की नारेबाजी
= दो टूक चेतावनी एलिमेंट बदला तो होगा आंदोलन
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))
आपदा के बाद एक माह से भी अधिक समय से बंद रहने के बाद संबंधित विभाग ने जाख- बुधलाकोट – रातीघाट मोटर मार्ग को खोलने का कार्य शुरू ही किया था कि ग्रामीणों का पारा चड़ गया। ग्रामीणों ने लोडर मशीन को रुकवा दिया। आरोप लगाया कि मार्ग सुधारने के नाम पर पहाड़ी काटी जा रही है जिससे दस से ज्यादा परिवार खतरे की जद में आ जाएंगे वही अल्मोड़ा भवाली हाईवे को भी खतरा खतरा बढ़ सकता है।
जाख – बुधलाकोट – रातीघाट मोटर मार्ग आपदा को एक माह से भी अधिक समय बीतने के बावजूद बंद है। मंगलवार को लोडर मशीन ने मार्ग से मलबा हटाना शुरू किया। मशीन चालक ने बाधित मार्ग के किनारे से पहाड़ी काट रास्ता बनाने की शुरुआत की ही थी कि ग्रामीणों का पारा चढ़ गया। ग्रामीणों ने नारेबाजी कर मशीन रुकवा दी। आरोप लगाया कि मार्ग का एलाइनमेंट नही बदला जाना चाहिए यदि पहाड़ी काटी गई तो ऊपर की ओर रहने वाले दस से ज्यादा परिवारों के आवासीय भवन भरभरा कर गिर जाऐंगे वही अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर भी खतरा मंडरा सकता है। ग्रामीणों ने विभाग पर मनमानी का आरोप लगाया। नारेबाजी कर रोष जताया। दो टूक चेतावनी दी कि यदि एलाइनमेंट बदला गया तो आंदोलन किया जाएगा।
ग्रामीणों ने मार्ग को सुरक्षित ढंग से बनाने की मांग उठाई। इस दौरान तारा सिंह, चंदन आर्या, दिनेश सती, महेश चंद्र, विजय रौतेला, जगदीश चंद्र, महेश चंद्र, गोपाल सिंह आदि मौजूद रहे। इधर उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने साफ कहा कि ग्रामीणों के हितों से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। जल्द निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश देंगे।