🔳नैनीपुल बाजार क्षेत्र में हुई बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय
🔳शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर जताई गई नाराजगी
🔳मल्ला सिरसा गांव में स्थित विद्यालय की उपेक्षा से है आहत
🔳दूसरे विद्यालय में कक्षाएं संचालित किए जाने से अभिभावकों ने बच्चों को विद्यालय भेजना कर दिया है बंद

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे मल्ला सिरसा गांव में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय की कक्षाएं तल्ला सिरसा गांव में संचालित किए जाने के शिक्षा विभाग के तुगलकी फरमान का मामला तूल पकड़ गया है। नौनिहालों को विद्यालय भेजना बंद करने के बाद अब गांव के बाशिंदों ने मिलजुल कर विद्यालय संचालित करने का निर्णय लिया है बकायदा गांव के ही युवक को शैक्षणिक व्यवस्था का जिम्मा भी सौंप दिया है।

रविवार को नैनीपुल क्षेत्र में ग्राम प्रधान इंदु जीना की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक हुई। मल्ला सिरसा गांव में स्थित विद्यालय के पंद्रह नौनिहालों को तल्ला सिरसा गांव में भेजने के तुगलकी फरमान पर गहरी नाराजगी जताई गई। ग्रामीणों ने कहा की गांव में स्थित विद्यालय को बंद करने का षड़यंत्र रचा जा रहा है। गांव के 15 नौनिहालों को दूसरे विद्यालय में भेजने का आदेश जारी कर नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। एक महीने से नौनिहाल स्कूल नहीं गए हैं। भविष्य अंधकारमय बना हुआ है बावजूद शिक्षा विभाग अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं। आरोप लगाया की शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों से भी वार्ता की जा चुकी है बावजूद अधिकारी मनमानी पर आमादा है। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की शिक्षा विभाग के आदेश के खिलाफ अब गांव के बाशिंदे ही विद्यालय का संचालन करेंगे। नौनिहालों को पढ़ाने के लिए स्थानीय युवक को जिम्मेदारी भी सौंपी गई। तय हुआ की नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। इस दौरान कुबेर सिंह जीना, राजेंद्र सिंह नेगी, नारायण सिंह जीना, महेंद्र सिंह, कुंदन सिंह जीना, रोहित सिंह, पूरन सिंह, मनीष सिंह, देवेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, चंदन राम, किसन कुमार, गोपाल राम, राजेंद्र सिंह, दान सिंह आदि मौजूद रहे।