= हजारो रुपये के भेजे गए विद्युत बिल
= ग्रामीणों ने लगाया उत्पीड़न का आरोप
= घर के बिल व्यवसायिक दरों में भेजने का दावा
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))
विद्युत विभाग के हाल भी अजब गजब है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर सिरसा गांव के लोगों को भारी-भरकम बिल भेज दिए गए हैं जिससे लोगों का पारा चढ़ गया है। ग्रामीणों ने विद्युत विभाग से जल्द बिलों में सुधार की मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि जल्द विद्युत बिलों में सुधार नहीं किया गया तो सड़क पर उतर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
लॉकडाउन तथा कोरोना कर्फ्यू से पहले ही लोगो की आर्थिक स्थिति बिगड़ चुकी है और अब विद्युत विभाग जले में नमक छिड़कने का काम कर रहा है। हाईवे पर स्थित सिरसा गांव में स्थानीय कुबेर सिंह जीना को 45 हजार रुपये का विद्युत भी भेज दिया गया है। ऐसे ही अन्य कई लोगों के बढ़-चढ़कर बिल भेजे गए हैं। कुबेर सिंह जीना ने आरोप लगाया है कि उनके आवास का बिल व्यवसायिक दरो में जोड़कर बढ़-चढ़कर भी भेजा गया है। जो ठीक नहीं है।ऐसे ही कई अन्य गांवों के लोगों के भी बिल भेजे गए हैं। ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के खिलाफ रोष जताया है विद्युत बिलों में सुधार की मांग उठाई है।
दस दिन से पानी को भी हाहाकार
सिरसा गांव में पिछले दस दिनों से अधिक समय से पेयजल आपूर्ति ठप भी ठप है। चौड़ीकरण कार्य से गांव की पेयजल लाइन टूट गई है। जिसे अब तक दुरुस्त नहीं किया जा सका है। ग्रामीणों को दूरदराज से सिर पर पानी ढोना पड़ रहा है। जिसमें काफी दिक्कतें हो रही हैं। स्थानीय दीवान राम, मोहन राम, बहादुर सिंह, कैलाश राम आदि ने जल्द आपूर्ति सुचारू करवाने की मांग उठाई है। दो टूक कहा है कि गांव की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पांच महिने से नही मिले बिल
बेतालघाट ब्लॉक के धारी व उल्गौर में विद्युत बिल ना मिलने से ग्रामीण आक्रोशित हैं। पांच माह से विद्युत बिल ही नहीं मिल सका है। स्थानीय शंकर सिंह, पंकज रावत, गोविंद सिंह रावत, राकेश पांडे, पंकज भट्ट आदि के अनुसार एक साथ पांच महीने के बिल से लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो जाएगी। कहा कि मीटर चार्ज ही पांच सौ रुपये हो जाएगा। उन्होंने विद्युत विभाग पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। जल्द विद्युत बिल भेजे जाने की मांग उठाई है।