= 18 करोड़ रुपये की लागत से शिप्रा व कोसी नदी में बनी है पंपिंग पेयजल योजनाएं
= जल्द आपूर्ति सुचारू न होने पर आंदोलन का ऐलान
= अधिशासी अभियंता बोले – जल्द शुरू होगी आपूर्ति

(((भरत सिंह/हरीश चंद्र/भीम बिष्ट/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))

18 करोड़ रुपये की भारीभरकम लागत से बहुप्रतीक्षित पंपिंग पेयजल योजनाओं से गांवों में पेयजल आपूर्ति शुरू न होने से अब ग्रामीणों का पारा चढ़ने लगा है। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। चेतावनी दी है कि यदि जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं हुई तो फिर संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा।
उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी में रामगाढ़ के समीप करीब सात करोड़ रुपये की लागत से तैयार बारगल कफूल्टा तथा कोसी नदी में भुजान के समीप मझेडा ब्यासी 4.99 करोड़ तथा थापली गांव के समीप कोसी नदी पर 6.81 करोड़ रुपये की लागत से बनी धारी खैरनी पंपिंग पेयजल योजनाओं को राज्य सरकार से स्वीकृति मिली। निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। तीनों योजना से बेतालघाट ब्लॉक की करीब 13 ग्राम पंचायतों के सैकड़ों परिवार लाभान्वित होने है। योजना से गांवों में आपूर्ति न शुरू होने से ग्रामीणों में नाराजगी है। आरोप है कि लंबे समय के बाद भी आज तक गांवों में पेयजल आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी है जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने तत्काल आपूर्ति सुचारू किए जाने की पुरजोर मांग की है दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा इधर जल निगम रामनगर के अधिशासी अभियंता एनके गोयल के अनुसार पंपिंग पेयजल योजनाओं का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। पानी की आपूर्ति शुरू करने के लिए ट्रांसफार्मर लगा विद्युत पोल भी स्थापित कर दिए गए हैं। दावा किया है कि जल्द ही पेयजल आपूर्ति सुचारू हो जाएगी।