◼️ डोली के सहारे मरीजों को पहुंचाया जाता है अस्पताल

◼️ सड़क सुविधा से आज भी ढाई किमी दूर गांव के वासिंदे
◼️ गांव तक रोड निर्माण की उठी पुरजोर मांग

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

*अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे तमाम गांवों के ग्रामीण आज भी सड़क सुविधा को तरस रहे हैं। सड़क सुविधा ना होने से ग्रामीणों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आपातकालीन स्थिति में भी मरीजों को डोली के सहारे हाइवे तक पहुंचाया जाता है।गांव गांव विकास तथा सड़कों का जाल बिछाने का दावा करने वाली प्रदेश सरकार व उसके नुमाइंदों के दावे हाइवे से वलनी गांव में खोखले साबित हो रहे हैं। हाईवे से करीब दो किलोमीटर दूर स्थित गांवों के लोगों को सड़क सुविधा का लाभ आज तक नहीं मिल पाया है जिस कारण ग्रामीण परेशान है। सब्जी उत्पादक गांव में काश्तकार सिर पर उपज को लेकर हाइवे तक पहुंचते हैं तब जाकर उपज बड़ी मंडियों तक पहुंच पाती है। मरीजों को डोली के सहारे हाईवे तक लाया जाता है तब जाकर मरीजों को सीएचसी सुयालबाड़ी व सीएचसी गरमपानी तक पहुंचाया जाता है। वलनी गांव के करीब तीस से ज्यादा परिवार आज भी सड़क सुविधा के लिए तरस रहे हैं। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से दो किलोमीटर दूर इन गांवों के ग्रामीण मूलभूत जरूरतों तक के लिए पैदल ही दूरी नापते हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि ताडी़खेत ब्लॉक के जंता गांव तक रोड निर्माण किया जा चुका है जहां से गांव की दूरी महज ढाई किमी है। यदि रोड का विस्तार किया जाए तो गांव के लोगों को सड़क सुविधा का लाभ मिल सकेगा। ग्राम प्रधान महेंद्र रावत ने रोड निर्माण की कार्रवाई तेज किए जाने की पुरजोर मांग की है।