= संगठन की प्रदेश अध्यक्ष ने दी प्रधानमंत्री की सभा में काले झंडे दिखाने की दी चेतावनी
= बोली – चार माह बीतने के बावजूद नहीं मिली बड़ी हुई प्रोत्साहन राशि
(((विरेंद्र बिष्ट/फिरोज अहमद/भीम बिष्ट/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
सरकार की उपेक्षा से आहत उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर युनियन का पारा एक फिर चढ़ने लगा है। चार माह पहले लंबे आदोलन के बाद भी बडी़ हुई राशि देने का आश्वासन मिलने के बाद भी आशा कार्यकर्ताओं को कुछ भी नही मिला है। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार की वादाखिलाफी से नाराज होकर अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हल्द्वानी में काले झंडे दिखाने का ऐलान किया है। दो टूक कहा की आशाओं का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नही किया जाऐगा।
बीते अगस्त में उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर यूनियन के बैनर तले आशा कार्यकर्ताओं ने मांगो को लेकर आंदोलन चलाया। कार्य बहिष्कार के साथ ही चिकित्सालयो में धरना प्रदर्शन किया गया। मामले को गंभीरता से लें सीएम पुष्कर धामी ने देहरादून में आशा कार्यकर्ताओं से वार्ता की। प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा के बाद आंदोलन समाप्त कराया पर पिछले चार महीने बीत जाने के बावजूद अभी तक कुछ न हो सका। उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष कमला कुंजवाल ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। बताया कि चार महीने बीत जाने के बावजूद बड़ी हुई प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो सका जिससे आशा कार्यकर्ता खुद को ठगा महसूस कर रही हैं। दो टूक कहा है कि यदि यही हाल रहा तो 30 दिसंबर को हल्द्वानी में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में आशा कार्यकर्ता प्रधानमंत्री को काले झंडे दिखाएंगे। संगठन के अध्यक्ष ने सरकार पर आशाओं की मांगों को गंभीरता से ना लेने का आरोप भी लगाया।