= हिडा़म गांव में पसरा मातम,स्वजनो का रो रो कर बुरा हाल
= खैरना बाजार से खरिददारी करने के बाद घर को कर रहे थे वापसी
= ग्रामीणों ने उठाई स्वजनो को मुआवजा दिए जाने की मांग

(((सुनील मेहरा/दलिप नेगी/हरीश कुमार/भाष्कर आर्या की रिपोर्ट)))

शश गांव के समीप देर रात हुए कार हादसे में चाचा भतीजे की मौत से गांव में मातम पसरा है। मृतको के स्वजनो का रो रो कर बुरा हाल है। घर से महज तीन सौ मीटर दूरी पर ही कार के खाई में गिरने से चाचा भतीजे काल के मुंह में समा गए। नियती ऐसी की समीप के तिपौला गांव में राजमिस्त्री का कार्य करने वाले चाचा भतीजे बुधवार को काम जल्दी निपटा खैरना बाजार रवाना हो गए।बाजार से खरिददारी करने के बाद दोनो साथ ही वापस गांव को वापसी कर रहे थे की रास्ते में हादसा हो गया। दोनो अपने परिवार के कमाऊ सदस्य थे। चाचा भतीजे की एक साथ मौत से मृतको के परिवार के उपर दुखो का पहाड़ टूट पडा़ है।
बीते बुधवार रात चापड़ – हिडा़म – जालीखान मोटर मार्ग पर हुए कार हादसे में मारे गए प्रकाश राम(50) पुत्र खीम राम तथा उसका भतीजा भुवन राम(35) पुत्र बुद्धि राम दोनो निवासी हिडा़म (ताडी़खेत ब्लाक) बेहद गरीब परिवार से है। दोनो राजमिस्त्री के कार्य से जुडे़ है।बुधवार को दोनो एक साथ रोज की तरह समीपवर्ती तिपौला गांव में कार्य करने गए। शाम को काम जल्दी निपटाने के बाद दोनो खैरना बाजार खरिददारी करने पहुंचे। दोनो हिडा़म गांव निवासी कार चालक प्रकाश चंद्र के साथ कार डीएल 3 सी बीपी 4036 में सवार हो गांव की ओर रवाना हुए।गांव से महज तीन सौ मीटर की दूरी पर कार असन्तुलित होकर दो सौ मीटर खाई में जा गीरी। हादसे में प्रकाश राम तथा उसके भतीजे भुवन की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कार चालक प्रकाश चंद्र गंभीर रुप से घायल हो गया। घायल को सीएचसी गरमपानी में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सैंटर हल्द्वानी रैफर कर दिया गया। एसडीआरफ गरमपानी की टीम तथा ग्रामीणों ने देर रात तक रेस्क्यू अभियान चलाया।बारिश तथा घटनास्थल पर अंधेरा होने से मृतको के शव को मुख्य मार्ग तक पहुंचाने में काफि दिक्कतों का सामना करना पडा़। हादसे से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। मृतको के शव को पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

बच्चो के सिर से उठा पिता का साया

हादसे में मारे गए भुवन राम की तीन तथा डेढ़ वर्ष की दो बेटीयां है जबकि दूसरे मृतक प्रकाश राम के दो बेटे तथा तीन बेटीयां है।एक बेटी की शादी हो चुकी है तथा दूसरी बेटी की शादी को बातचीत चल रही है पर नियति को कुछ और ही मंजूर था। ग्रामीणों के अनुसार दोनो चाचा भतीजे मिलनसार स्वभाव के थे खास बात यह थी की दोनो एकसाथ ही कार्य करते थे। भुवन के बच्चो के सिर से पिता का साया छिन जाने से हर कोई स्तब्ध है। स्थानीय पंकज कुमार,किसन कुमार, चंदन राम,सुनील मेहरा,भाष्कर कुमार,पूरन कुमार,सोने फत्याल, मनोज कुमार कुबेर कुमार आदि लोगो ने मृतक के परिवारो को मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है।