🔳 दिल्ली स्थित परिवहन भवन में अफसरों के बीच हुई बैठक में हुआ गहन मंथन
🔳 खतरनाक हालत में पहुंच चुकी पहाड़ियों से खतरा टालने को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश
🔳 तीन प्रस्तावों में से सबसे उपयुक्त एक प्रस्ताव पर लगेगी मुहर
🔳 मंत्रालय से निर्देश मिलने के बाद अब गंभीरता से जुटेगा एनएच प्रशासन
🔳 हाईवे पर सुरक्षित आवाजाही को पंख लगने की जगी उम्मीद
🔳 कैंची क्षेत्र में टनल निर्माण की कवायद पर लिया फिडबैक
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

कुमाऊं की लाइफ लाइन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर अतिसंवेदनशील पहाड़ीयों से मंडरा रहे खतरे को टालने को एनएच प्रशासन तथा सड़क व भूतल मंत्रालय के अफसरों के बीच गहन मंथन का दौर शुरु हो गया है। दिल्ली में स्थित परिवहन भवन में हुई बैठक में मंत्रालय के अफसरों ने एनएच के अधिकारियों से वर्तमान स्थिति पर फिडबैक लिया। भौगौलिक परिस्थितियों के अनुसार खतरा टालने को बेहतर से बेहतर उपाय उपलब्ध कराने के निर्देश दिए ताकी प्रस्ताव को डीपीआर में शामिल किया जा सके।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर पाडली, दोपांखी, भोर्यो बैड तथा लोहाली क्षेत्र में खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बारिश के साथ ही अब धूप में भी कमजोर हो चुकी पहाडीयां दरकने लगी है। पहाड़ी से पत्थर गिरने से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है साथ ही तमाम लोग गंभीर रुप से घायल तक हो चुके हैं। लगातार बिगड़ रही स्थिति को संभालने व सुरक्षित यातायात को सड़क व भूतल मंत्रालय भारत सरकार के अफसर गंभीर हो गए हैं। दिल्ली स्थित परिवहन भवन में हुई महत्वपूर्ण बैठक में अफसरों के बीच गंभीरता से चर्चा हुई। लगातार दरक रही पहाड़ीयों से खतरा टालने को टनल, रॉक फॉल प्रोटक्शन बैरियर समेत अन्य सुरक्षा संबंधी निर्माण कार्यों पर मंथन किया गया। सड़क व भूतल मंत्रालय भारत सरकार के उच्चाधिकारियों ने एनएच के अधिकारियों को तीन विकल्प उपलब्ध कराने को निर्देशित किया ताकी तीन में से एक सबसे बेहतर प्रस्ताव को डीपीआर में शामिल किया जा सके। दिल्ली से मिले निर्देश के बाद एनएच प्रशासन अब सभी बिंदुओं पर गंभीरता से कदम उठाएगा। खतरा टालने को दिल्ली के अफसरों के गंभीर होने से अब भविष्य में आवाजाही सुगम होने की उम्मीद को पंख लगने लगे हैं। एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार उच्चाधिकारियों से मिले निर्देश के बाद अब तेजी से कार्य किया जाएगा। सभी बिंदुओं को ध्यान में रख अतिसंवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा कार्यों का ब्योरा तैयार कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को उपलब्ध कराई जाएगी।

कैंची टनल निर्माण की कवायद पर लिया फिडबैक

दिल्ली में अफसरों के बीच हुई बैठक में कैंची टनल निर्माण को लेकर भी विस्तार से चर्चा हुई। सड़क व भूतल मंत्रालय के अफसरों ने टनल निर्माण वाले स्थान पर मजबूत चट्टान की स्थिति, भूगर्भीय सर्वे, पहाड़ी की उंचाई, समेत कई बिंदुओं पर एनएच के अधिकारियों से चर्चा की। गंभीरता से सभी बिंदुओं पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा। एनएच के अधिशासी अभियंता के अनुसार बरसात थमने के बाद अब कार्यों में तेजी लाई जाएगी।