◾स्कूली नौनिहाल भी नहीं पहुंच पा रहे विद्यालय
◾कई गांवों का ब्लॉक मुख्यालय से संपर्क टूटा
◾जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी से ग्रामीणों में रोष
◾आवाजाही को वैकल्पिक व्यवस्था तैयार करने की मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांव को जोड़ने को नौवा बरसाती नाले पर बने पुल के बह जाने से गांव के बाशिंदों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। कई दिनों से नौनिहालों स्कूल तक नहीं जा पा रहे वहीं गांव के बाशिंदे भी आवाजाही नहीं कर पा रहे जिस कारण तमाम कार्य प्रभावित हो गए हैं। ग्रामीणों ने जल्द वैकल्पिक व्यवस्था तैयार किए जाने की मांग उठाई है चेतावनी दी है की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।
बीते 17 अगस्त को हुई मूसलाधार बारिश के बाद उफान में आए नौवा बरसाती नाले ने कांडा, फफड़ियां, डौमास, मोना आदि गांवों के लिए बनी पैदल पुल क्षतिग्रस्त कर डाली। पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद अब बरसाती नाले पर महज सीमेंट का पिलर शेष बचा है। पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने से गांवों से जीआइसी तल्ली सेठी में अध्ययनरत नौनिहाल स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। गांव के बाशिंदे भी ब्लॉक मुख्यालय व बाजार तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। बरसाते नाले का बहाव तेज होने से खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। तीन दिन पहले पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के बावजूद जिम्मेदारों के अब तक सुध न लिए जाने से ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। स्थानीय राम सिंह तड़ियाल के अनुसार गांव के लोग बड़ी मुसीबत का सामना करने को मजबूर हैं। स्कूली बच्चे विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे बावजूद अब तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने हालातों का जायजा लेने तक की जहमत नहीं उठाई है। राम सिंह ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है। आवाजाही को वैकल्पिक व्यवस्था तैयार किए जाने की मांग उठाई है। चेताया है कि यदि उपेक्षा की गई तो गांव के लोगों को साथ लेकर आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा।