= महत्वपूर्ण हाईवे की उपेक्षा का लगाया आरोप
= जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर यात्री
(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र सिंह बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
पिछले चार माह से बदहाली का दंश झेल रहे रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे को दुरुस्त न किए जाने से अब व्यापारी लामबंद होने लगे हैं। व्यापारियों ने जल्द स्टेट हाईवे को दुरुस्त ना किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। आरोप लगाया है कि विभागीय लापरवाही के चलते कभी भी बड़ा हादसा सामने आ सकता है।
सामरिक व पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे बद से बदतर हालत में पहुंच चुका है। भुजान के समीप जहां करीब पांच सौ मीटर हिस्सा कोसी नदी की ओर धंस चुका है वहीं पातली, बमस्यू, बजोल क्षेत्र में भी जगह-जगह भूधंसाव का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। आवाजाही में कभी भी बड़ी दुर्घटना सामने आ सकती है वहीं रात के वक्त खतरा दोगुना बढ़ता जा रहा है। चार माह बीतने के बावजूद संबंधित विभाग ने स्टेट हाईवे को दुरुस्त करने की सुध नहीं ली है जिससे अब प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच चुका है। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन लाल साह ने आरोप लगाया है कि स्टेट हाईवे महत्वपूर्ण है रानीखेत में कुमाऊँ रेजिमेंटल सेंटर होने के चलते सेना के वाहन भी इसी स्टेट हाईवे से आवाजाही करते हैं पर मार्ग की हालत खराब है। भुजान के समीप स्टेट हाईवे पर वनवे आवाजाही हो रही है नीचे हाईवे धरक रहा है तो ऊपर से पत्थर गिरने से जोखिम बढ़ता ही जा रहा है। संगठन से जुड़े महेंद्र सिंह बिष्ट, वीरेंद्र सिंह, सुनील सिंह मेहरा, दलीप सिंह, कुबेर सिंह, हरीश चंद्र, पंकज नेगी, पंकज भट्ट, विक्रम सिंह, नंदन सिंह आदि लोगों ने स्टेट हाईवे को तत्काल दुरुस्त किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। चेताया है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा।