= मई के महिने शुरु हुई थी कवायद,आठ अस्पतालों को मिलना था लाभ
= कोरोना संक्रमित मरीजों को बेड पर आक्सीजन उपलब्ध कराने को बनी थी रणनीति
= जल्द कार्य शुरु न होने पर आंदोलन की चेतावनी

(((हरीश कुमार/पंकज भट्ट/हरीश चंद्र/भाष्कर आर्या की रिपोर्ट)))

कोरोना के दूसरे वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक के बावजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरु न होने से अब व्यापारियों का पारा चढ़ गया है। काम शुरु न होने से नाराज प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल से जुडे़ व्यापारियों ने आंदोलन की रणनीति तैयार करने का ऐलान भी कर दिया है।
कोरोना संकटकाल में ऑक्सीजन की किल्लत से स्वास्थ्य विभाग सख्ते में आ गया। कई प्रदेशों में लोगों ने ऑक्सीजन की अभाव में दम तक तोड़ दिया। ऐसे में दूसरी लहर का सामना करने तथा संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की मदद से नैनीताल जनपद के आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ऑक्सीजन पाइप लाइन के जरिए प्रत्येक बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने की योजना तैयार की गई। इसके लिए अस्पताल में ही कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाना था। बीते मई में योजना की शुरुआत हुई तथा जून में सर्वे भी पूरा करा लिया गया पर एकाएक योजना का कार्य ठंडे बस्ते में चला गया। योजना हवा में ही लटकी गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी, बेतालघाट, सुयालबाड़ी, रामगढ़, भवाली, भीमताल, कालाढूंगी, कोटाबाग आदि के अस्पतालों में प्रत्येक वार्ड तक ऑक्सीजन पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाए जाने की योजना तैयार की गई थी। लंबा समय बीत जाने के बावजूद योजना का कार्य शुरू नहीं हो सका है। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष महिपाल सिंह बिष्ट, विरेंद्र बिष्ट, गजेंद्र नेगी पूरन लाल साह, फिरोज अहमद,मदन सुयाल,भीम बिष्ट,कुबेर जीना आदि व्यापारियों ने जल्द योजना कार्य शुरु न होने पर आंदोलन शुरु करने की चेतावनी दी है।