🔳 नारेबाजी कर विभागीय अनदेखी पर जताया रोष
🔳 लगातार खतरा बढ़ने के बावजूद सुध न लेने का लगाया आरोप
🔳 यात्री व पर्यटक जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर
🔳 जल्द हालात न सुधरने पर उग्र आंदोलन का ऐलान
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]
खैरना रानीखेत स्टेट हाईवे पर कालिका मोड़ से कुछ कदम दूर आपदा से ध्वस्त स्टेट हाईवे को दुरुस्त न किए जाने पर व्यापारियों का पारा चढ़ गया है। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने हाईवे की बदहाली पर नारेबाजी कर रोष जताया। आरोप लगाया की लंबा समय बीतने के बावजूद सड़क बड़े हिस्से में ध्वस्त है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। जल्द स्टेट हाईवे की मरम्मत न किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
कुमाऊं के महत्वपूर्ण खैरना रानीखेत स्टेट हाईवे पर आपदा के ज़ख्म आज भी हरे हैं। करीब पांच वर्ष पूर्व मूसलाधार बारिश के बाद उफान में आई कोसी नदी ने स्टेट हाईवे की बुनियाद को भारी नुकसान पहुंचाया। बुनियाद को नुकसान होने से स्टेट हाईवे के करीब दो सौ मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया। बारिश टलने के बाद लोनिवि ने बामुश्किल अस्थाई रुप से आवाजाही सुचारु की। लंबा समय बीतने के बावजूद आज तक दरक चुके हिस्से की मरम्मत नहीं की जा सकी। विभागीय अनदेखी से व्यापारियों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। शुक्रवार को पातली बाजार क्षेत्र में व्यापार मंडल अध्यक्ष आंनद सिंह नेगी की अगुवाई में व्यापारीयों ने नारेबाजी कर विभागीय लापरवाही पर रोष जताया। आरोप लगाया की लगातार खतरा बढ़ता ही जा रहा है। यात्री जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर हैं पर जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे जबकि रोजाना भारतीय सेना के वाहन भी कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर रानीखेत को आवाजाही करते हैं। व्यापारियों ने दो टूक ऐलान किया की यदि जल्द स्टेट हाईवे की हालत में सुधार नहीं की गई तो फिर आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।