= वन विभाग सड़क किनारे पौधरोपण में जुटा
= जुलाई 2021 तक चलेगा अभियान, तीन सौ किमी का है लक्ष्य
= पौधे विकसित हुए तो तैयार होगा घना जंगलात
(((विरेन्द्र बिष्ट/पंकज नेगी/हरीश चंद्र की रिपोर्ट)))
पर्यटक अब पहाड़ों के असल प्राकृतिक नजारे का आनंद ले सकेंगे इसके लिए वन विभाग ने कवायद तेज कर दी है। वन विभाग सड़कों किनारे विभिन्न प्रजातियां के पौधा रोपण कर रहा है बकायदा करीब विभिन्न मोटर मार्गो में 34 किलोमीटर दायरे में विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपे भी जा चुके हैं।
पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यटकों को प्राकृतिक नजारे का असल आनंद दिलाने, पर्यावरण संरक्षण, जल मृदा संरक्षण तथा भूस्खलन रोकने को वन विभाग ने कदम बढ़ा दिए हैं। इसके लिए बेतालघाट, खलाड़ तथा विनायक क्षेत्र में रोड किनारे विभिन्न प्रजाति के पौधे रोपे गए हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार पौधरोपण कर उनकी देखरेख की भी जिम्मेदारी तय कर दी गई है। सड़क किनारे पौधरोपण में विभिन्न प्रकार के फूल, पत्ते, चारा आदि के पौधे भी रोपित किए जा रहे ताकि ग्रामीणों को भी इसका लाभ मिल सके। पांगर, अंगूर, बकैन, आम, जामुन आदि विभिन्न प्रजातियों के पौधों का रोपण किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार करीब 34 किलोमीटर दायरे में पौधरोपण कर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी तय की गई है। वन विभाग लगातार मॉनिटरिंग भी कर रहा है। जंगली जानवरों से पौधों की सुरक्षा को बकायदा पौधों के चारों ओर जाल भी लगाए जा चुके हैं वहीं ग्रामीणों से भी पौधों की सुरक्षा का आह्वान किया गया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार पौधे विकसित हुए तो भविष्य में सड़क किनारे घना जंगलात तैयार होगा जिसका आनंद निश्चित रूप से पर्यटक उठाएंगे। अभियान जुलाई 2021 तक चलेगा। करीब तीन सौ किलोमीटर का लक्ष्य रखा गया है।