= खतरे से अनजान नदी में लगा रहे डुबकी
= छोटे-छोटे बच्चे तक नदी के बीचो-बीच पहुंच रहे
= गहराई का सही अंदाजा नहीं, वेग से भी है बेखबर

((( महेन्द्र कनवाल/फिरोज अहमद/अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))

नदी क्षेत्र में तमाम घटनाएं सामने आने के बावजूद लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। डूबने से कई मौतें हो चुकी हैं पर लोग धड़ल्ले से नदी में मस्ती कर रहे हैं। दोपांखी क्षेत्र में जान जोखिम में डाल नदी में डुबकी लगाई जा रही है।
बीते माह अल्मोडा़ भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित नावली क्षेत्र में कोसी नदी में हल्दुचौड़ निवासी युवक तथा ओखलढूंगा क्षेत्र में रामनगर के दो युवकों के डूबने से हुई मौत के बाद भी लोग खतरे से अनजान हैं। दोपांखी क्षेत्र में उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी में लोग नियमों को दरकिनार कर धड़ल्ले से नदी क्षेत्र में डुबकी लगा रहे हैं। बारिश होने पर एकाएक नदियों का वेग भी बढ़ रहा है बावजूद लोग खतरे से अनजान है। छोटे-छोटे बच्चे तक नदी के बीचो-बीच तक पहुंच जा रहे हैं। ऐसे में बड़ा हादसा सामने आने का खतरा बना हुआ है पर पुलिस प्रशासन सुध नहीं ले रहा। बाहरी क्षेत्रो से आने वाले पर्यटक को न तो कोसी नदी के वेग का अंदाजा है और ना ही गहराई का सही अंदाजा जिससे वे बेझिझक नदियों में गोते लगा रहे हैं। जिससे कभी भी बड़ी घटना सामने आ सकती है। लोगों ने बरसात के मौसम में नदी क्षेत्र में नहाना प्रतिबंधित किए जाने की मांग दोहराई है।