= मर्नसा गांव के ग्रामीण ने एन एच पर लगाया लापरवाही का आरोप
= कई बार आवाज उठाने के बावजूद नही हो रही सुनवाई
= एनएच के खिलाफ बनाया आंदोलन का मन

(((कुबेर जीना/अंकित सुयाल/मनीष कर्नाटक/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))

अल्मोडा़ भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग के चौडीकरण कार्य से जहां गांवो को आवाजाही को बने पैदल मार्ग ध्वस्त हो चुके है तो वही मर्नसा क्षेत्र में आवासीय भवन भी खतरे की जद में है। भवन स्वामी का आरोप है की खदान कर कार्य छोड़ दिया गया है। जिससे खतरा बढ़ते ही जा रहा है।भवन स्वामी ने जल्द सुरक्षा कार्य न किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

इन दिनो अल्मोडा़ भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग के चौडी़करण का कार्य गतिमान है। काकडी़घाट से क्वारब तक चौडी़करण कार्य किया जा रहा है। मर्नसा(काकडीघाट) निवासी लीलाधर पाठक का कहना है की चौडी़करण कार्य से आंगन व रसोई ध्वस्त हो चुकी है वही आवासीय भवन पर लगातार खतरा मंडरा रहा है। आरोप लगाया है की कई बार एनएच के अधिकारियों को पत्र भेजने के बावजूद कोई सुनवाई नही हो रही।बताया है की मकान के नीचे मशीन से कटिंग के बाद ऐसे ही छोड़ दिया गया है जिससे हर वक्त खतरा बड़ता ही जा रहा है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द सुरक्षात्मक कार्य न किए गए तो परिवार समेत आंदोलन में बैठने को विवश होना पडे़गा।