leopard

= पशुपालको को हो रहा नुकसान
= एक के बाद एक मवेशियों को निवाला बना रहा गुलदार
= ग्रामीणों ने उठाई गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की मांग

(((सुनील मेहरा/हरीश चंद्र/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))

गांवो में गुलदार का आतंक जोर पकड़ गया है। आसपास के गांवों में मवेशियों को मार डालने के बाद अब गुलदार ने टूनाकोट क्षेत्र की ओर रुख कर लिया है। मवेशियों के मारे जाने से पशुपालकों को लगातार नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों ने पशुपालकों को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है।
मलौना, पातली तथा चौना गांव में मवेशियों को मार डालने के बाद अब गुलदार ने टूनाकोट गांव की ओर रुख कर लिया है। गांव के वीर सिंह की बकरी को निवाला बना दिया। जिससे ग्रामीण दहशत में है। ग्रामीणों के अनुसार गुलदार दिन दहाड़े ही आबादी की ओर पहुंच रहा है। मवेशियों को जंगल ले जाना मुश्किल हो चुका है। छोटे बच्चों पर भी खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में गांव के लोग दहशत में हैं। ग्रामीणों के अनुसार गांव गांव पशुपालकों के पशुओं को मार डालने वाला गुलदार अब अन्य गांवों की ओर रुख कर रहा है जिससे लगातार पशुपालकों को नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों ने पशुपालकों को मुआवजा देने तथा गांव में पिंजरा लगा गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। चेताया है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाएगा।