◾वन पंचायत संघर्ष मोर्चा व हेलंग एकजुटता मंच की बैठक में तमाम बिंदुओं पर चर्चा
◾ अंकिता व जगदीश हत्याकांड पर सरकार की मंशा पर उठे सवाल
◾ हेलंग की घटना पर भी कार्रवाई न किए जाने से नाराजगी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

रामगढ़ ब्लॉक के नथुआखान क्षेत्र में वन पंचायत संघर्ष मोर्चा व हेलंग एकजुटता मंच के तत्वाधान में हुई बैठक में तमाम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। अंकिता हत्याकांड में सत्ताधारी दल के लोगों पर कार्यवाही ना कर मुद्दे को भटकाने तथा हेलंग की घटना पर भी गंभीरता से कार्रवाई न करने का आरोप लगाया गया।
रामगढ़ ब्लॉक नथुआखान क्षेत्र में हुई बैठक में वक्ताओं ने हेलंग की घटना पर सरकार की अनदेखी का आरोप लगाया। कहा कि गैरकानूनी तरीके से वन पंचायत की भूमि को पर निजी कंपनी को कब्जा दिलाया गया है। महिलाओं से अभद्रता करने वाले पुलिस के अधिकारियों व केंद्रीय सुरक्षा बल के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सल्ट ब्लाक के पनवाद्योखन निवासी जगदीश हत्याकांड पर भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाए गए। अंकिता हत्याकांड में दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की गई। सत्ताधारी दल के लोगों पर कार्रवाई ना कर गलत बयानबाजी के साथ मुद्दे को भटकाने का आरोप लगाया गया। वन पंचायत के नक्शे, खसरा, खतौनी व वन पंचायत नियमावली में संशोधन के साथ ही वन विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए। सर्वसम्मति से तय हुआ की वन अधिकार कानून 2006 को प्रभावी ढंग से लागू करवाए जाने को लेकर संघर्ष किया जाएगा। इस दौरान वन पंचायत संघर्ष मोर्चा संगठन अध्यक्ष कमल सुनाल, उपाध्यक्ष रेखा गौड़, भीम सिंह नेगी, जगदीश चंद्र, इंद्र लाल आदि मौजूद रहे।