= किसे बैठाएगी सर आंखो पर किसे दिखाऐगी जमीन
= विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ दावो व आश्वासनों का दौर भी शुरु
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही नेताओं का जनता के करीब पहुंचने का दौर भी शुरु हो गया है। खास बात यह है की इस चुनाव में दलो की परिक्रमा करने वाले फिर चुनाव मैदान में होगे पर जनता एक के बाद एक दलो की परिक्रमा करने वालो का कितना भरोसा करती है यह तो चुनाव बाद परिणाम बताऐगा पर यह साफ है की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे मुद्दो को लेकर जनता नेताओं को परिक्रमा जरुर कराऐगी।
आगामी विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। विभिन्न दलों के नेताओं ने चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। विधायक बनने के लिए तमाम दावेदारों की दौड़ भी शुरू हो गई है। ऐसे में विभिन्न दलों की परिक्रमा भी शुरू हो चुकी है। वर्षों से एक ही पार्टी में रह रहे नेता टिकट न मिलने पर दूसरे पार्टी से चुनाव भी लड़ सकते हैं वहीं कई नेता पहले ही सत्ता सुख के लिए पाला बदल चुके हैं। पूर्व में कभी विपक्षी दलों को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाले नेता आज उसी दल में शामिल होकर पार्टी के जयकारे लगा रहे हैं कोई इसे घर वापसी का नाम दे रहा है तो कोई कुछ और पर आज भी क्षेत्र की जनता के मुद्दे वहीं के वहीं हैं। लोग आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे मुद्दों के समाधान की आस लगाए बैठे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में जनता इन्हीं मुद्दों का जवाब मांगने के लिए तैयार बैठी है। देखना होगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता किसे सर आंखों में बैठाती है और किसे जमीन दिखाती है।