tikhinazar

= मृत दर्शाए गए व्यक्ति ने पुलिस उपमहानिरीक्षक को भेजा ज्ञापन
= तीन पूर्व ग्राम प्रधानों समेत कई अन्य की गिरफ्तारी की उठाई मांग
बोले जांच हुई तो होंगे कई बड़े और खुलासे

(((विरेन्द्र बिष्ट/सुनील मेहरा/दलिप सिंह नेगी की रिपोर्ट)))

जिंदा व्यक्ति को मृत दर्शाकर जमीन हड़पने का मामला अब पुलिस उपमहानिरीक्षक के दरबार तक पहुंच गया है। मृत दर्शाए गए जमीन के असल स्वामी ने पुलिस उपमहानिरीक्षक से मामले में लिप्त कई अन्य लोगों की गिरफ्तारी की मांग उठाई है । पुलिस उपमहानिरीक्षक को पत्र भेज तीन पूर्व ग्राम प्रधान समेत दाखिल खारिज करने वाले तथा जमीन खरीदने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र को भेजे ज्ञापन में कमोला(कालाढूंगी) निवासी हरीकृष्ण ने बताया है कि तहसील कोश्या कुटोली अंतर्गत उनकी जमीन पंगुट क्षेत्र में भी है। बढे़ स्तर पर साठगांठ कर अभिलेखों में छेड़छाड़ कर उन्हें मृत दर्शा कर उनकी जमीन दूसरे व्यक्ति को बेच दी गई। मामले में दो लोग गिरफ्तार हो चुके हैं पर अभी भी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने तथा जमीन की दाखिल खारिज करने व जमीन खरीदने वाले लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। बड़े स्तर पर षड्यंत्र कर उनका मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया गया है। यही नहीं मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के बाद मिलीभगत से भूमि की रजिस्ट्री कर दाखिल खारिज भी कर दी गई। बड़े स्तर पर षड्यंत्र रचा गया। जब उन्होंने आवश्यक कार्य के लिए अपनी खाता खतौनी निकाली तब षड्यंत्र का खुलासा हुआ। बताया है कि मामले में दो लोग गिरफ्तार हो चुके हैं पर अभी भी तीन पूर्व ग्राम प्रधान समेत भूमि खरीदने करने तथा दाखिल खारिज करने वालों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। प्रभावशाली लोग अभी भी बचे हुए हैं। आशंका जताई है कि यदि जांच हुई तो कई और बड़े मामले सामने आ सकते हैं। हरीकृष्ण ने मामले में न्यायोचित कार्रवाई की गुहार लगाई है।