◾ताड़ीखेत के बाद अब बुधलाकोट के जंगल से तख्ते बल्ली बरामद
◾लकड़ी कब्जे में ले विभाग ने शुरु की जांच
◾लकड़ी तस्करों की बढ़ती सक्रियता से विभाग की कार्यशैली पर भी उठे सवाल

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

तमाम दावो के बावजूद लकड़ी तस्कर वन विभाग के लिए चुनौती बने हुए हैं। तस्कर धड़ल्ले से हरे भरे पेड़ों को निशाना बना रहे हैं। नैना वन क्षेत्र के बुधलाकोट के जंगल में वन विभाग की टीम ने बीस तख्ते व आठ बल्ली बरामद की है। तस्कर हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। वन क्षेत्राधिकारी के अनुसार मामले की जांच शुरु कर दी गई है।
बेतालघाट ब्लॉक के तमाम जंगलों में लकडी़ तस्करों की सक्रियता बढ़ गई है। वन विभाग की आंखों में धूल झोंक पेड़ों पर आरी चलाई जा रही है। बीते दिनों ताड़ीखेत के जंगल में तख्ते बरामद होने के बाद अब नैना वन क्षेत्र के बुधलाकोट के जंगल में वन विभाग की टीम ने अवैध तख्ते बल्ली बरामद किए हैं। वन दरोगा जगदीश सिंह कोरंगा, बीट सहायक दुर्गा सिंह तथा पंकज जखवाल ने गस्त के दौरान जंगल से चीड़ के बीस तख्ते तथा आठ बल्ली बरामद की। तस्कर हत्थे नहीं लगे। अवैध लकड़ी को वन विभाग ने कब्जे में ले लिया है। वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद तिवारी के अनुसार मामले की जांच शुरू कर दी गई है पता लगाया जा रहा है की अवैध लकड़ी किसकी है। इधर लोगों ने वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। आरोप लगाया है की लकडी़ तस्कर जंगलों को तेजी से नष्ट कर रहे हैं बावजूद वन विभाग निष्क्रिय है। पेड़ों के कटने व तख्ते बल्ली तैयार हो जाने के बाद खुलासे हो रहे हैं।