अधिकारियों के कानो तक नही पहुंची ग्रामीणों की आवाज
आखिरकार खुद ही तेरह घंटे की मशक्कत के बाद खोल दिया मार्ग
गरमपानी : सुदूर गांवो से हाईवे को जोड़ने वाला मोटर मार्ग भूस्खलन के चलते बंद हो गया। ग्रामीणों ने सूचना संबंधित विभाग के अधिकारियों को दी पर अधिकारियों ने सुध न ली फिर क्या था ग्रामीणों ने खुद ही मोटर मार्ग को खोलने की ठान ली और आखिरकार गांव के वासिंदो का संघर्ष रंग लाया करीब दो किलोमीटर मार्ग पर जगह-जगह मलबे को हटाया गया तब जाकर गांव की सड़क पर आवाजाही सुचारू हुई। ग्रामीणों ने मोटर मार्ग खोल विभागीय अधिकारियों को आईना भी दिखा दिया
जी हां सुदूर पांगकटारा, खलाड़, सिमराड़, तडी़, जिनौली समेत अन्य गांवों को मुख्य मार्ग मुख्य मोटर मार्ग से जोड़ने वाला निर्माणाधीन तड़ी जनौली खलाड़ मोटर मार्ग बारिश के दौरान जगह-जगह मलबा आने से बाधित हो गया। ग्रामीणों की माने तो विभागीय अधिकारियों को सूचना दी गई पर किसी ने ना सुनी एक अदद लोडर तक रोड खोलने के लिए उपलब्ध न हो सका। गांव में आडू की बंपर पैदावार होती है कई फल से लदे वाहन एक और फंस गए। गांव से संबल, घन व अन्य औजार मंगा लिए गए। करीब बीस से ज्यादा ग्रामीण मोटर मार्गो को खोलने में जुट गए। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कैलाश चंद्र बधानी के नेतृत्व में 13 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद 2 किमी मोटर मार्ग को खोला जा सका तब जाकर मोटर मार्ग पर आवाजाही सुचारू हुई पर कई वाहनों में लदे फल खराब हो गए। फलों के खराब होने से ग्रामीणों को करीब दो लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान भी हो गया। इस दौरान गणेश जोशी,नंदा बल्लभ,गोविंद, आशु आर्या, आंनद आर्या, मोहन जोशी,मुन्ना जोशी,बालम सिंह,मोहन आर्या आदि मौजूद रहे।
लोहाली चमडिया मार्ग को दुरुस्त करने में जुटे ग्रामीण
नए मोटर मार्गो के निर्माण की तमाम घोषणाएं की जाए पर पुराने खस्ताहाल मोटर मार्गो की ही सुध नहीं ली जा रही। हालात इस कदर खराब है कि अब लगातार आवाज उठाए जाने के बावजूद कोई सुनवाई ना होने से हार मान ग्रामीणों ने खुद ही मोटर मार्ग को दुरुस्त करने की ठान ली है। शनिवार को ग्रामीणों ने बदहाली का दंश झेल रहे लोहाली चमडिया मोटर मार्ग को जगह जगह खुद ही दुरुस्त किया। शासन प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप भी लगाया।