🔳विधायक निधि से बना मोटर मार्ग डामरीकरण को तरसा
🔳समीपवर्ती सुखोली गांव के पचास से ज्यादा परिवार परेशान
🔳ग्रामीणों ने डामरीकरण किए जाने की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
गांवों को जोड़ने वाले अधिकांश मोटर मार्ग बदहाली का दंश झेल रहे हैं। समीपवर्ती सुखोली गांव की आवाजाही को बना मोटर मार्ग डामरीकरण को ही तरस गया है। विधायक निधि से मोटर मार्ग तो तैयार किया गया पर चार वर्ष बीतने के बावजूद अब तक सड़क डामरीकरण का इंतजार कर रही है। मजबूरी में ग्रामीण जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर हैं।
समीपवर्ती सुखोली गांव के पचास से ज्यादा परिवारों को सड़क सुविधा का लाभ दिलाने के मकसद से चार वर्ष पूर्व भुजान – रिची मोटर मार्ग से गांव तक विधायक निधि से दो किमी सड़क का निर्माण किया गया। उम्मीद थी की सड़क निर्माण के बाद ग्रामीणों कोई आवाजाही में बेहतर सुविधा का लाभ मिल सकेगा पर गांव के वाशिंदों की उम्मीदों को पंख नहीं लग सके। सड़क निर्माण तो कर दिया गया पर चार वर्ष का लंबा समय बीतने के बावजूद अब तक मोटर मार्ग डामरीकरण के इंतजार में हैं। ग्रामीण जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर हैं। ग्रामीणों के अनुसार कई बार डामरीकरण की मांग भी उठाई जा चुकी है पर कोई सुधलेवा नहीं है। स्थानीय जीवन सिंह, चंदन सिंह करायत, चन्द्र राम, शंकर राम, हीरा लाल, रघुवर राम, चंदन सिंह, नरेंद्र सिंह, देवेंद्र सिंह, मान सिंह, चंदन सिंह आदि ने गांव की सड़क पर डामरीकरण व सुरक्षा उपाय किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि उपेक्षा की गई तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।