= लांस नायक शहीद चंदन भंडारी के नाम से जाना जाएगा जीआइसी सिमलखा
= स्वजनों व गांव के लोगों ने जताई खुशी
= शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने जारी किया शासनादेश

(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/दलिप नेगी/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

भारत माता की आन, बान, शान में अपने प्राण न्यौछावर कर देने वाले बेतालघाट ब्लॉक के सिमलखा गांव निवासी लांसनायक शहीद चंदन सिंह भंडारी की मां का आखिरी इच्छा राज्य सरकार ने पूरी कर दी है। अब गांव का राजकीय इंटर कॉलेज शहीद चंदन सिंह भंडारी के नाम से जाना जाएगा। स्वजनो व ग्रामीणों ने मिष्ठान वितरण कर शासनादेश जारी होने पर खुशी जताई है।
बेतालघाट ब्लॉक के सिमलखा गांव निवासी लांसनायक शहीद चंदन सिंह भंडारी ने कारगिल युद्ध के दौरान देश की रक्षा के खातिर अपने प्राणों की बाजी लगा दी। शहीद की मां पार्वती देवी व स्वजनों ने क्षेत्र में स्थित राजकीय इंटर कॉलेज का नाम शहीद चंदन के नाम पर रखे जाने की इच्छा जताई पर कोई सुनवाई ना हो सकी। पांच वर्ष पूर्व शहीद की मां का भी देहांत हो गया। प्रतिवर्ष कारगिल युद्ध की याद में मनाए जाने वाले विजयी दिवस के मौके पर शहीद की मां विद्यालय का नाम बेटे के नाम पर रखे जाने की गुहार लगाती रही। वहीं भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष दिलीप सिंह बोहरा ने भी लगातार उच्चाधिकारियों से पत्राचार कर शहीद की मां की आखिरी इच्छा पूरी करने की मांग उठाई। अब शहीद की मां का सपना पूरा हो गया है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने जीआइसी सिमलखा का नाम शहीद चंदन भंडारी के नाम पर रखे जाने का शासनादेश जारी कर दिया है। विद्यालय का नाम शहीद के नाम पर रखे जाने पर शहीद के भाई बलवंत समेत गांव के लोगों ने मिष्ठान वितरण कर खुशी जताई। भारत माता के जयकारे लगाए। इस दौरान हुए कार्यक्रम में सीएम के जनसंपर्क अधिकारी दिनेश आर्या, किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष दिलीप बोहरा, कुंदन सिंह जीना, पूरन सिंह मेहरा, पूरन सिंह, देव सिंह जीना, लक्ष्मण सिंह नेगी, लाल सिंह भंडारी, दीवान सिंह जलाल, नरेंद्र सिंह जीना, पूरन सिंह, भंडारी समेत कई लोग मौजूद रहे।