= विद्यालय में बना पेयजल टैंक खस्ताहाल
= सुरक्षा दीवार भी बदहाल
= विभागीय अनदेखी से बेजार है विद्यालय

(((हरीश कुमार/पंकज भट्ट/महेन्द्र कनवाल की रिपोर्ट)))

सुदूर गांवों के नौनिहालों को बुनियादी शिक्षा का पाठ पढ़ाने के लिए विद्यालय तो स्थापित कर दिए गए पर विद्यालय की ओर ध्यान ही नहीं दिया जा रहा जिससे हालात बिगड़ते जा रहे हैं। थुआ ब्लॉक स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय बदहाली का दंश झेल रहा हैः बावजूद कोई सुधलेवा नहीं है।
दरअसल वर्षों पूर्व थुआ ब्लॉक गांव में आसपास के नौनिहालों को प्राथमिक शिक्षा का पाठ पढ़ाने को विद्यालय स्थापित किया गया पर विद्यालय कि हालात अब अलग है। विभागीय अनदेखी से विद्यालय की हालत बदहाल स्थिति में पहुंच चुकी है। विद्यालय के चारों ओर बनी सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो चुकी है। नौनिहालों के पीने के लिए बनाया गया पानी का टैंक बदहाली पर आंसू बहा रहा है। बताते हैं कि कोरोना संकट से पूर्व जब बच्चों की आवाजाही विद्यालय में थी तब बच्चे घर से ही पानी लाते थे वहीं विद्यालय में बनने वाला मध्यान्ह भोजन तथा बर्तन धोने के लिए भी घर से पानी लाना पड़ता। ग्रामीणों में विद्यालय की दुर्दशा पर रोष है। विद्यालय की हालत विभागीय अनदेखी तथा सरकार की काहिली की हालत बयां कर रही है। ग्रामीणों ने तत्काल विद्यालय में व्यवस्थाएं दुरुस्त किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।